नूह। जिला मुख्यालय नूह के पल्ला गांव के समीप पल्ला नहर कॉलोनी में नहर टूटने की वजह से लोगों के घरों में नहर का पानी भर गया। मंगलवार देर रात 11:30 बजे के करीब जब लोग अपने घरों में सो रहे थे तभी कॉलोनी के समीप से गुजर रही नहर अचानक से टूट गई जिसकी वजह से पूरी पल्ला कॉलोनी में नहर का पानी भर गया।
लोगों को समझ में नहीं आया कि यह पानी इतना कहां से आया है। जब उन्होंने देखा कि नहर टूट गई है तो उन्होंने अपना कीमती सामान व खाद्य सामग्री बचाने की कोशिश की लेकिन पानी इतनी तेज गति से आ रहा था कि वह कुछ भी नहीं बचा पा रहे थे और अपने आप को इस कड़कती ठंड में बचाने की जुगत में लगे रहे।
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नहर टूटने से लोगों के घरों में घुसा पानी, मकानों में आई दरारें
कुछ समय बाद उन्होंने इस नहर टूटने की सूचना उपायुक्त मेवात को फोन के माध्यम से दी तो उपायुक्त मेवात ने भी तत्परता दिखाते हुएड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार को मौके पर भेजा तथा पुलिस प्रशासन भी सूचना पाकर मौके पर पहुंच गया लेकिन नहर महकमे का कोई भी अधिकारी से लेकर कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
देर रात एक जेई परवेज अहमद को इसकी सूचना मिली तो वह 1:30 बजे मौके पर तो पहुंचा लेकिन आरोप है कि अपनी गाड़ी में ही बैठा रहा। सुबह तक लोग पानी को रोकने का प्रयास करते रहे लेकिन नहर महकमे के जेई ने नहर के पानी को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। जिसकी वजह से कॉलोनी के लोगों का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया।
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नहर टूटने से लोगों के घरों में घुसा पानी, मकानों में आई दरारें
उन्होंने नहर महकमे के जेई की शिकायत उपायुक्त से की तो नहर महकमे के एसडीओ के अलावा अन्य कर्मचारी भी आनन-फानन में सुबह टूटी हुई नहर पर पहुंचने लगे और नहर को रोकने का दावा भी करने लगे लेकिन नहर का पानी इतनी तेज गति से बह रहा था कि लोगों के सभी प्रयास फेल होते नजर आ रहे थे।
नहर टूटने से लोगों के घरों में घुसा पानी, मकानों में आई दरारें
नहर महकमे के प्रति लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही थी। वहीं कॉलोनी के लोगों का कहना है कि जो लोगों का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी नहर महकमे द्वारा की जाए। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि जब समय पर किसानों को इस नहर के पानी की जरूरत होती है तो उस समय नहर महकमा आंखें मूंद कर बैठ जाता है। अब ऊपर वाले ने पानी किसानों को दिया है तो नहर विभाग के लोगों ने भी नहर में पानी छोड़ दिया है जिसकी किसानों को कोई जरूरत नहीं है।
यही पानी एक महीने बाद किसानों को जरूरत पड़ेगी तो नहर महकमा फिर से आंखें मूंद कर बैठ जाएगा। वहीं नहर महकमे के एसडीओ का कहना है कि 2 घंटे के अंदर इस पानी को रोक दिया जाएगा और इस नहर को यहां से ठीक कर लिया जाएगा। नहर की लंबाई अधिक होने की वजह से पानी को रोकने में समय लग रहा है। जल्दी ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। कुल मिलाकर इसमें जिसकी भी लापरवाही रही हो लेकिन नुकसान तो कॉलोनी के लोगों का हुआ है जिसकी भरपाई के लिए उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें इस नुकसान की भरपाई की जाए।