करनाल। किसानों ने मंगलवार को करनाल लघु सचिवालय का घेराव करने के उपरांत वहीं पर डेरा डाल लिया। रातभर किसान सड़क पर सोया। वहीं पुलिस जवान भी सड़क पर ही आराम करते दिखे। रात को लघु सचिवालय
पर ही किसानों के लिए लंगर का इंतजाम किया गया।
किसान नेता गुरनाम चढूनी ने कहा कि धरना यूं ही रहेगा। सरकार बाते मान लेती तो यहां तक नौबत ना आती। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि बातचीत होती रहेगी। उन्होंने बताया कि हमने बातचीत में यह कहा है कि उन अधिकारियों को सस्पेंड करो जिसने किसानों के सिर फोड़ने के आदेश दिए हैं।
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किसानों ने बताया कि यह सब सरकार की देन है। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें आदत है, हमारे साथी अलग अलग जगह पर सोए हैं। बहरहाल अब किसान फिर से जुटने लग गए हैं और आगामी रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।