कोरोना से तड़प रहे चीन की मदद करेगा भारत, लोगों की मदद के लिए भेजी जाएंगी दवाइयां

चीन में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो चुकी है। अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है औ ना ही दवाइयां। मुश्किल समय में भारत ने अच्छे पड़ोसी का धर्म निभाते हुए चीन की मदद करने का फैसला लिया है, भारत बुखार और अन्य दवाइयां चीन को एक्सपोर्ट करने के लिए तैयार है। चीन में इस समय इबुप्रोफेन और पेरासिटामोल की भारी मांग है। मांग बढ़ते ही दवाइयों की कालाबाजारी शुरू हो गई है।

By  Vinod Kumar December 23rd 2022 12:16 PM

चीन में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद पूरी दुनिया में एकबार फिर डर का माहौल है। चीन में हालात बेहद खराब हैं। अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है औ ना ही दवाइयां। कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के लिए लोगों की लाइन लगी है। 

मुश्किल समय में भारत ने अच्छे पड़ोसी का धर्म निभाते हुए चीन की मदद करने का फैसला लिया है, भारत बुखार और अन्य दवाइयां चीन को एक्सपोर्ट करने के लिए तैयार है। चीन में कोरोना की लहर आने से वहां दवाओं की भारी किल्लत हो गई है। डिमांड पूरी करने के लिए दवा कंपनियों में ओवर टाइम कराया जा रहा है। चीनी सरकार ने बुखार, बदन दर्द और सिर दर्द की दवाएं फ्री में देने का एलान किया है. इस बीच भारत ने भी चीन को बुखार की दवाएं भेजने की इजाजत दे दी है।

दुनिया की सबसे बड़ी दवाई निर्माता कंपनी भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) के चेयरपर्सन ने कहा कि वो चीन की मदद करने को तैयार हैं। भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि दुनिया में जेनेरिक दवाइयों की सबसे बड़ी दवा कंपनियों में से एक चीन की मदद करने को तैयार है।  

चीन में इस समय इबुप्रोफेन और पेरासिटामोल की भारी मांग है। मांग बढ़ते ही दवाइयों की कालाबाजारी शुरू हो गई है। चीन के बाजारों में एंटी वायरल दवाओं की भारी कमी है। इबुप्रोफेन और पेरासिटामोल जैसी एंटीवायरल दवाओं की कमी के कारण अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। चीन में लोग उन दवाओं की खरीद भी कर रहे हैं, जिन्हें चीन में बेचने प्रतिबंध है। इसके लिए चीनी ऑनलाइन स्टोर्स का सहारा ले रहे हैं। 


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