Lok Sabha Election 2024 Date: ECI राजीव कुमार बोले, 1.82 करोड़ पहली बार बने वोटर्स

By  Deepak Kumar March 16th 2024 03:03 PM -- Updated: March 16th 2024 03:42 PM

ब्यूरोः आज यानी 16 मार्च को लोकसभा चुनाव 2024 के साथ 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान को लेकर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार चुनाव की तारीखों की ऐलान करेंगे। वहीं, चुनावों की तारीखों की घोषणा के साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। 

चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और नवनियुक्त चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू विज्ञान भवन में एक मंच पर बैठे हुए हैं।

मतदाताओं की कुल संख्या

हमने पिछले एक साल में नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 85 साल से ज्यादा 82 लाख उम्र के वोटर हैं।

चुनाव का पर्व देश का पर्वः ECI

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव का पर्व देश का पर्व है। चुनाव का पर्व देश के लिए गर्व का पल है। इस बार देश में करीब 97 करोड़ वोटर्स हैं। देश में होने वाले चुनाव पर दुनिया की नजर लगी हुई है। सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव कराना हमारे लिए बड़ी चुनौती है।

1.82 करोड़ पहली बार बने वोटर्सः राजीव कुमार

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि देश में इस समय कुल 96.8 करोड़ वोटर्स हैं, जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं। इनमें से 1.82 करोड़ पहली बार वोटर्स इन चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।

4M बड़ी चुनौतीः राजीव कुमार

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमारे लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराना चार गुना कठिन हैं, इसके लिए 4M तय किए गए हैं। बाहुबल, पैसा, गलत सूचना और आचार संहिता का उल्लंघन रोकने के लिए चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है और उसने इन विघटनकारी चुनौतियों से निपटने के लिए हमने उपाय भी किए हैं।

फेक न्यूज चलाने वालों पर एक्शन लिया जाएगाः मुख्य चुनाव

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई भी करेगा। फेक न्यूज चलाने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। आयोग सच और झूठ की जानकारी भी देगा। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दल को नफरती भाषण देने से बचना चाहिए। राजनीतिक दलों को धार्मिक टिप्पणी करने से बचना चाहिए।

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