बेर की खेती से लाखों रुपए कमा रहे हैं भिवानी के बागवान
भिवानी। (कृष्ण सिंह)। भिवानी जिले के गांव नीमड़ीवाली के किसान अजय बोहरा इन दिनों काफी चर्चाओं में है। उनकी चर्चा बड़े प्रगतिशील किसानों में हो रही है। जो कि अपने खेतों में देसी खाद से एप्पल बेर की खेती करते हैं। अजय बोहरा ने गुजरात से एप्पल बेर के पौधे मंगवा कर खेती करना शुरू किया और आज वे लाखों रुपए की आमदनी बेर की खेती से कमा रहे हैं। अजय का दावा है कि उनके बेर 100 प्रतिशत देशी खाद से तैयार किए गए हैं और इनमें किसी प्रकार के यूरिया आदि का छिड़काव नहीं किया गया है। इन्होंने ना केवल भारत में बल्कि थाइलैंड में भी आयोजित ग्लोबल ट्रियम्प फाउंडेशन वर्ल्ड समिट 2019 के दौरान एक बेहतरीन ऑर्गेनिक फॉर्मर का खिताब जीता है। [caption id="attachment_266264" align="aligncenter" width="700"] एप्पल बैर से भिवानी के किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं[/caption] आपको बता दें कि बोहरा ने अपने द्वारा तैयार की गई खेती को ऑर्गेनिक बताते हुए यह खिताब लेने के लिए थाइलैंड में यह प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद सभी प्रकार की टैस्टिंग के बाद बेस्ट फॉर्मर का अवॉर्ड अजय बोहरा को दिया गया। इससे पूर्व भी वे हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित एग्री समिट में भाग लेकर उन्होंने लक्की ड्रॉ में एक ट्रैक्टर भी जीता था और आजकल वे इसी छोटे ट्रैक्टर से अपने खेत में बेरों की खेती करते हैं। बेस्ट फॉर्मर का खिताब मिलने के बाद अजय बोहरा अपने गांव में काफी चर्चा में आ गए। जिसके बाद गांव के लोगों और आस-पास के किसानों ने अजय से देसी खाद से फसल पैदा करने की ट्रेनिंग लेना भी शुरू कर दिया। किसान अजय का कहना है कि देसी खाद की मदद से हर किसान अच्छी पैदावार ले सकता है। उन्होंने कहा कि अगर देश का हर किसान देसी खाद से खेती करे तो हमारे देश में आधे से ज्यादा बीमारियां तो यूं ही खत्म हो जाएगी। क्योंकि इससे हमारे शरीर में किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि वे हर किसान का भला करना चाहते हैं। इसलिए वे किसानों को निशुल्क ट्रेनिंग देकर उन्हें देसी खाद भी निशुल्क उपलब्ध करवाते हैं। [caption id="attachment_266265" align="aligncenter" width="700"] भिवानी में स्थित एप्पल बर के बाग[/caption] अजय बोहरा एक पढ़े लिखे किसान हैं। उन्होंने वकालत की डिग्री भी की हुई है। इसके बावजूद वे खेतों में मेहनत करके अच्छी फसल प्राप्त करते हैं। उनका ये भी कहना है कि आज के समय में तो ऑर्गेनिक उत्पाद की बिक्री करना भी कोई समस्या नहीं है। यह भी पढ़ें: कल तक जो रिक्शा चलाता था आज उसका टर्नओवर करोड़ों में है