टोटके से चुनावी जीत का रास्ता! 'शाही परिवार' के लिए गढ़ बचाने की चुनौती, शनिशांति के लिए दान किया कटड़ा
punjab assembly election: पंजाब में मतदान का समय नजदीक आ रहा है। 20 फरवरी को जनता मतदान करेगी, लेकिन मतदान से ठीक पहले राजनीतिक पार्टियां और नेता टोटकों का सहारा भी ले रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिशांति के लिए एक कटड़ा दान किया। बता दें कि पटियाला जिले में 8 विधानसभा सीटें हैं । कैप्टन अमरिंदर सिंह को यहां कड़ी टक्कर मिल रही है। इन सभी सीटों पर वर्चस्व कायम रखना कैप्टन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। जीत बरकरार रखने को कैप्टन जहां चुनावी खर्च करने में आगे हैं वहीं अब वो दान-धर्म का भी सहारा ले रहे हैं । बुधवार को कैप्टन ने न्यू मोती महल में पंडित की रहनुमाई में कटड़ा दान किया। माना जाता है कि ऐसा करने से मां काली प्रसन्न होती हैं और शनिदेव भी शांत हो जाते हैं। एकजुट हुआ शाही परिवार कैप्टन परिवार के हालिया रिश्ते भले ही कैसे भी रहे हों, लेकिन चुनाव में शाही परिवार एकजुट नजर आ रहा है। कैप्टन की पत्नी परनीत कौर और उनके देवर मलविंदर सिंह पुराने मतभेद भूलकर इस चुनाव में एक साथ दिखाई दिए। गौरतलब है कि पंजाब में 2012 के विधानसभा चुनावों के समय जिले के समाना हलके से टिकट को लेकर मालविंदर सिंह की अपने भाई कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनकी पत्नी सांसद परनीत कौर के साथ अनबन हो गई थी। उस समय मालविंदर सिंह ने आरोप लगाया था कि समाना हलके में काम उन्होंने किया, लेकिन परनीत कौर ने उनकी जगह अपने बेटे रणइंद्र सिंह को टिकट दिलवा दी। दूसरी तरफ कैप्टन ने कहा था कि टिकट आवंटन का काम पार्टी हाईकमान करता है, इसमें परनीत का कोई रोल नहीं है। लेकिन बाद में मालविंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़कर शिरोमणि अकाली दल (बादल) को ज्वाइन कर लिया था। हलांकि माविंदर 2 साल बाद फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। परनीत कौर ने कांग्रेस को बागी तेवर दिखाते हुए पंजाब लोक हित पार्टी की रैलियों में शामिल हुई तो वहीं, कैप्टन के छोटे भाई मालविंदर सिंह भी अपनी बेटी रवनीत कौर के साथ चुनाव प्रचार में नजर आए। मालविंदर सिंह केवल कैप्टन के लिए ही नहीं, बल्कि उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के बाकी प्रत्याशियों के हक में भी होने वाली रैलियों में हिस्सा लेते नजर आए। बता दें कि कैप्टन ने कांग्रेस छोड़ने के बाद इस पंजाब में अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई है। कैप्टन बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद अपनी परंपरागत पटियाला शहरी विधानसभा सीट से ही चुनाव मैदान में उतरे हैं। गठबंधन के तहत बीजेपी 65 सीटों पर, पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीटों पर और 15 सीटों पर संयुक्त अकाली दल-ढिंसा चुनाव लड़ेंगी।