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नेशनल डेस्क: दिल्ली में हालिया दिनों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। लोगों का सांस तक लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली में स्कूलों को बंद करने का फैसला भी लिया गया है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर सुप्रीम कोर्ट में चिंता जाहिर करते हुए सरकार को फटकार भी लगाई थी।
गुरुवार को प्रदूषण के मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार कुछ नहीं करे तो हमें आदेश देना होगा। प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फटकार के बाद केन्द्र सरकार ने बताया कि जहरीली होती हवा को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दिए अपने हलफनामे में बताया कि 17 फ्लाइंग स्क्वॉड भी बनाए गए हैं। फ्लाइंग स्क्वॉड की संख्या कल तक बढ़ाकर 40 की जाएगी। इसके साथ ही प्रदूषण के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में आने वाले ट्रकों पर रोक जारी रहने वाली है। हालांकि, सरकार ने ये भी बताया है कि केवल आवश्यक समान वाले ट्रकों को प्रवेश मिलेगा। हलफनामे में कहा गया है कि स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
दिल्ली सरकार को कोर्ट की फटकार
वहीं, चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने दिल्ली सरकार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से कहा कि आप हमें मीडिया के सामने विलेन क्यों बना रहे हैं कि हमने स्कूल बंद करा दिए, जबकि आपने अपना काम ठीक से नहीं किया। सिंघवी ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक अखबार ने ऐसा प्रकाशित किया है। हमें भी इस पर आपत्ति है। सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल बंद करने के लिए कहा कि आपने ही कहा था कि स्कूल बंद किया जाएंगे. दिल्ली सरकार ने कहा कि खबर में यह भी कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन को टेक ओवर करेंगे।-