बोरवेल में गिरा 18 माह का बच्चा, देररात से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
हिसार। (संदीप सैणी) जिले के राजस्थान की सीमा से सटे बालसमंद गांव में खेतों की ढाणियों के नजदीक सिंचाई के लिए खोदे गए बोरवेल में एक 18 माह का बच्चा गिर गया। बच्चों के शोर मचाने पर जब खेतों में काम कर रहे किसानों और उसकी मां ने देखा तो तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस चौकी में दी जिसके उपरांत यह मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आया। सूचना पाकर जिला उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद सेना के जवानों का एक 20 सदस्य दल भी मौके पर पहुंचा। रात लगभग 12:00 बजे NDRF की एक 17 सदस्य टीम अपने तीन अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंची जिसके बाद बचाव कार्यों में तेजी लाई गई। [caption id="attachment_272245" align="aligncenter" width="700"] देररात से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है[/caption] बचाव कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए एनडीआरएफ सदस्यों ने बताया कि बोरवेल की गहराई 60 फिट है और इसके साथ लगभग 70 फीट का एक गड्ढा खोदा जाएगा जिसके बाद सुरंग बनाकर बच्चे तक पहुंचने की योजना है ताकि उसे सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। बोरवेल के साथ 70 फीट के गड्ढे को खोदने के लिए आठ जेसीबी मशीनों और लगभग पांच ट्रैक्टरों का सहारा लिया गया। राहत कार्यों में लगे आर्मी और एनडीआरएफ सदस्यों ने कहा कि जमीन सख्त होने के कारण खुदाई में परेशानी आ रही है लेकिन जल्द ही इस ऑपरेशन को अंजाम दे दिया जाएगा। यह भी पढ़ें : जीटी रोड पर 3 ट्रकों व एक बस में जोरदार टक्कर, दो चालक बुरी तरह से घायल राहत एवं बचाव कार्य में लगे एनडीआरएफ एवं सेना के जवानों ने बताया कि अभी तक बच्चा सुरक्षित है लेकिन बोरवेल में पानी का स्तर लगभग एक फीट तक पहुंच गया है जिसे निकालने के प्रयास जारी है। प्रशासन द्वारा बोरवेल में बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए एक पाइप लगाई गई है, साथ ही बोरवेल में बच्चे पर नजर रखने के लिए नाइट विजन कैमरा भी लगाया गया है जिसके माध्यम से पल-पल बच्चे पर बचाव दल के सदस्य और डॉक्टरों की टीम निगाहें गड़ाए बैठे हैं। [caption id="attachment_272244" align="aligncenter" width="700"] बचाव दल के सदस्यों का मानना है कि लगभग दोपहर बाद 3:00 से 4:00 तक पूरे ऑपरेशन को अंजाम दे दिया जाएगा।[/caption] बचाव दल के सदस्यों का मानना है कि लगभग दोपहर बाद 3:00 से 4:00 तक पूरे ऑपरेशन को अंजाम दे दिया जाएगा। एनडीआरएफ के जवानों ने बताया कि बच्चा अब तक सुरक्षित है और कैमरे के माध्यम से लगातार उस पर नजर रखी जा रही है। घटना के बाद से ही लगातार आसपास के ग्रामीण भारी संख्या में मौके पर मौजूद है जिन्हें काबू करने के लिए हरियाणा पुलिस के सैकड़ों जवानों को तैनात किया गया है और उन्हें भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। यह भी पढ़ें: हिमालयन क्वीन की बोगी ट्रैक से उतरी, बड़ा हादसा होने से टला