सुरजेवाला बोले- गेहूँ खरीद में पूर्णतया फेल हुई खट्टर सरकार
चंडीगढ़। कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि गेहूँ खरीद के पहले दिन ही खट्टर सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। कैथल, गुहला चीका, उचाना, नरवाना, जींद, सफीदों, नारनौद, महेंद्रगढ़, बल्लभगढ़ सहित प्रदेश के हर कोने से मंडियों में हाहाकार मचा है व लगभग सभी आढ़ती हड़ताल पर हैं। सुरजेवाला के मुताबिक 20 दिन के लंबे इंतजार के बाद आज जब किसान अपनी मेहनत के सोने, गेहूँ की फसल मंडियों में लेकर गया, तो बदइंतजामी व बदहाली का यह आलम है कि अन्नदाता खून के आंसू रोने को मजबूर है। कहीं किसान का लिस्ट में नाम ही नहीं, कहीं खरीद के नाम पर दो से छः क्विंटल गेहूँ ही खरीदने की बात कही जा रही है, कहीं बारदाना ही नहीं, कहीं लेबर नहीं, कहीं खरीद एजेंसियां नहीं, कहीं किसान की वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं और कहीं खरीद एजेंसियां ही गायब हैं। वहीं सुरजेवाला ने इस बदइंतजामी पर हरियाणा सरकार से कई सवाल किए हैं। 1. गेहूँ खरीद में चैतरफा बदइंतजामी व बदहाली का क्या कारण है? खट्टर सरकार किसान की गेहूँ, मंडियों में आने के बावजूद क्यों नहीं खरीद रही? क्या यह सरकार की संपूर्ण विफलता का सबूत नहीं? 2. भाजपा-जजपा सरकार किसान-आढ़ती के दशकों पुराने गठजोड़ को तोड़ने का षडयंत्र क्यों कर रही है? किसान-आढ़ती-मजदूर के सामूहिक सहयोग के बगैर फसल कैसे खरीदी जाएगी? फसल खरीद बारे आए दिन बदलते हुए परस्पर विरोधी तुगलकी फरमान जारी करने का क्या कारण है? 3. भाजपा-जजपा सरकार प्रति किसान व आढ़ती से सारी गेहूँ न खरीद, सीमित खरीद ही क्यों कर रही है? क्या इस प्रकार से गेहूँ खरीद की प्रक्रिया (जिसमें पहले ही 20 दिन की देरी हो चुकी) अब तीस दिन के खरीद चक्र से बढ़कर 100 से 120 दिन नहीं हो जाएगी? ऐसे में, गरीब किसान अपनी फसल का भंडारण कहां और कैसे करेगा, मजदूर को मेहनताना कैसे देगा व बेमौसमी बारिश से फसल नष्ट होने को कैसे बचाएगा? ऐसे में किसान अगली खरीफ की फसल की बुआई कैसे कर पाएगा? 4. क्या कारण है कि गेहूँ मंडी में लाने वाले किसान का मौके पर रजिस्ट्रेशन हो गेहूँ की बिक्री नहीं हो रही? ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ वेब पोर्टल पर गेहूँ खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख, 19 अप्रैल, 2020 ही क्यों, जैसा खट्टर साहब ने 7 अप्रैल की पत्रकार वार्ता में कहा है? 5. भाजपा-जजपा सरकार किसान को गेहूँ खरीद पर 125 रु. क्विंटल का बोनस न दे विश्वासघात क्यों कर रही है? क्या 125 रु. क्विंटल बोनस देने का वादा खट्टर सरकार ने 26 मार्च, 2020 को लिखित में नहीं किया था? ---PTC NEWS---