कोरोना वायरस को दी मात, 244 से ज्यादा छात्रों और अन्य की रिपोर्ट नेगटिव
गुरुग्राम। (नीरज वशिष्ठ) कोरोना वायरस ने जहां चीन में कहर बरपाया हुआ है तो वहीं इसका खौफ पूरे विश्व में फैला हुआ है। सभी देशों की प्राथमिकता अपने नागरिकों को चीन से निकालने की है तो वहीं वायरस से बचाव के भी हर संभव जतन किए जा रहे हैं। 1 फरवरी को भारत सरकार भी चीन में फंसे भारतीय छात्रों और अन्यों को एयर इंडिया के विमान से वापस लेकर आई थी। भारत लाए गए सभी छात्रों को कोरोना वायरस से इफेक्टेड होने की आशंका के चलते गुरुग्राम के मानेसर स्थित आर्मी कैंप में बनाए गए अस्थाई अस्पताल में रखा गया था। आर्मी के अधिकारियों के मुताबिक करीब 244 छात्र और दूसरे लोगों को 14 बैरक में रखा गया था। जहां ये सभी 24 घंटे आर्मी के डॉक्टर और अन्य स्टाफ की देखरेख में रहते थे। [caption id="attachment_389797" align="aligncenter" width="700"] कोरोना वायरस को दी मात, 244 से ज्यादा छात्र और अन्य की रिपोर्ट नेगटिव[/caption] आर्मी के द्वारा बनाए गए कैंप में करीब 17 दिन रहने के बाद अब सभी को अपने-अपने घर भेजा जा रहा है। दरअसल इस दौरान सभी कोरोना वायरस संदिग्धों के अलग-अलग टेस्ट भी किए गए जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगटिव पाई गई है। आर्मी के मुताबिक सभी लोगों के लिए रहने, खाने और बाकि व्यवस्थाएं डॉक्टरों की निगरानी में जा रही थीं। इसके अलावा जिस जगह ये सभी रह रहे थे या फिर इनके कपड़ों को भी किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाव के लिए ट्रीट किया जाता था। आर्मी के अधिकारियों की माने शुरुआत में इन्हें यहां रखने में कुछ परेशानी का सामना भी करना पड़ा। [caption id="attachment_389798" align="aligncenter" width="700"] कोरोना वायरस को दी मात, 244 से ज्यादा छात्र और अन्य की रिपोर्ट नेगटिव[/caption] दरअसल आर्मी कैंप से जुड़े सिविलियन सप्लायर्स को जब इनके कैंप में आने की जानकारी मिली तो उन्होंने उन्होंने काम तक करने से मना कर दिया लेकिन आर्मी ने सभी व्यवस्था अपने स्तर पर संभाली। [caption id="attachment_389799" align="aligncenter" width="700"] कोरोना वायरस को दी मात, 244 से ज्यादा छात्र और अन्य की रिपोर्ट नेगटिव[/caption] वुहान और चीन के अन्य शहर से आए इन छात्रों और अन्य लोगों की माने तो 23 जनवरी को उन्हें जब चीन में कोरोना वायरस के फैलने के बारे में पता लगा तो डर और दहशत के बीच जल्द से जल्द अपने देश लौटने की उम्मीद शुरु कर दी थी। छात्रों की माने तो चीन के वुहान में सड़कों पर सन्नाटा पसर गया था तो वहीं खाने और दूसरी चीजों के लिए अफरातफरी मची हुई थी। चीन से वापस लौटे लोगों की माने तो आर्मी के द्वारा उन्हें बेहतर सुविधाएं दी गईं। यह भी पढ़ें: नार्कोटिक स्नीफर कुत्ते खरीदेगी हरियाणा पुलिस, मादक पदार्थों की करेंगे पहचान