ऑपरेशन के दौरान पेट में छोड़ी कॉटन, लापरवाही छिपाने के लिए डॉक्टरों ने किया ये काम
गुरुग्राम। (नीरज वशिष्ठ) साइबर सिटी में निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन के दौरान एक महिला के पेट में कॉटन छोड़े जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने अपनी गलती छिपाने के लिए उनकी सहमति के बिना दोबारा से ऑपरेशन कर दिया, जिसके बाद से पीड़ित को होश नहीं आया है। पीड़ित के पति ने एनजीओ की मदद ले पूरे मामले की शिकायत सेक्टर 5 थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मूल रूप से नोर्थ-ईस्ट की रहने वाली 24 वर्षीय महिला को डिलीवरी के लिए सेक्टर 5 सिथित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। डिलीवरी के समय हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि केस कम्प्लिकेटिड है इसलिए सिजेरियन ऑपरेशन करना पड़ेगा। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने लापरवाही बरतते हुए पेट में कॉटन छोड़ दी। डिलीवरी के कुछ समय बाद महिला को पेट दर्द की समस्या हो गई। जब हॉस्पिटल के डॉक्टरो से सम्पर्क किया तो उन्होंने महिला को कुछ टेबलेट दी, लेकिन जब आराम नहीं हुआ तो महिला के पति ने दूसरे डॉक्टर से एडवाइस ली ओर महिला का अल्ट्रासाउंड करवाया तो मालूम चला कि महिला के पेट मे कॉटन है, जिसकी वजह से पेट मे दर्द रहता है और ऑपरेशन वाली जगह लाल हो गई है।
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इस पर महिला के पति ने डॉक्टरों से सम्पर्क किया। पहले तो डॉक्टर मानने को तैयार ही नहीं हुए की उनसे लापरवाही हुई है। जब उन्हें अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट दिखाई गई तो आनन-फानन में पीड़िता को हॉस्पिटल में दोबारा से दाखिल कर लिया और परिजनों की बिना सहमति के ऑपरेशन कर कॉटन को निकाल दिया। आरोप है कि दोबारा ऑपरेशन किए जाने के बाद से महिला को होश नहीं आया है। इस पर पीड़िता के पति ने एनजीओ से मदद की गुहार लगाई। नार्थ-ईस्ट के लोगो के लिए कार्य कर रही एनजीओ के सदस्य गुरुग्राम पहुंचे ओर पूरे मामले की शिकायत पुलिस एवम स्वास्थ्य विभाग को दी। अभी तक अस्पताल की ओर से इस पूरे मामले पर कोई बयान सामने नहीं आया है।
साइबर सिटी में प्राइवेट हॉस्पिटल के डाक्टरो पर लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर गम्भीर आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि इस मामले में पीड़िता को न्याय कब तक मिल पाता है।