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दूसरी बार बने फ्रांस के राष्ट्रपति, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को हराया...पीएम मोदी ने दी बधाई

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Vinod Kumar -- April 25th 2022 11:05 AM -- Updated: April 25th 2022 11:06 AM
दूसरी बार बने फ्रांस के राष्ट्रपति, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को हराया...पीएम मोदी ने दी बधाई

दूसरी बार बने फ्रांस के राष्ट्रपति, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को हराया...पीएम मोदी ने दी बधाई

इमैनुएल मैक्रों लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम मतदान में उन्होंने दक्षिणपंथी नेता और अपने विरोधी मरीन ले पेन को हराया है। रविवार को गिनती के शुरुआती रुझानों में मैक्रों को 58।8 फीसदी वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी मरीन ले पेन केवल 41।2 प्रतिशत वोट हासिल कर सकीं। केवल पांच वर्षों में मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों राजनीति में युवा नौसिखिया की छवि से हटकर एक प्रमुख वैश्विक नेता के रूप में खुद को स्थापित किया है, जो यूरोपीय संघ में महत्वपूर्ण निर्णय लेने लेते हैं। वह यूक्रेन में रूस द्वारा थोपे गये युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में गहराई से जुड़े रहे हैं। मुखर 44 वर्षीय मध्यमार्गी मैक्रों अपनी निर्बाध कूटनीतिक सक्रियता के साथ न केवल अपना रास्ता बनाते हैं, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में अपनी जगह बनाई है। जनमत सर्वेक्षणों में कई फ्रांसीसी नागरिक राष्ट्रपति के तौर पर उनकी प्रशंसा करते हैं और उन्हें कोविड-19 महामारी और यूक्रेन संघर्ष जैसे प्रमुख वैश्विक संकटों का सामना करने के लिए पद के योग्य मानते हैं। राष्ट्रपति के तौर पर पहल बार किसी निर्वाचित पद पर आए थे, हालांकि वह अच्छे खानदान से हैं। यह दूसरी बार है, जब उन्होंने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता है। वह लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बने रहेंगे। इसके साथ ही, वह पिछले 20 साल में लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने वाले पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति बन गए हैं। चुनाव में मैक्रों के दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वी मरीन ले पेन को 41।8 फीसदी वोट हासिल किए। दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने भी राष्ट्रपति पद की दौड़ में हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों को विजयी मान लिया है। पेन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभूतपूर्व प्रदर्शन ''अपने आप में एक शानदार जीत'' को दर्शाता है। बता दें कि पांच साल पहले भी मैक्रों ने ली पेन को करारी मात देकर 39 वर्ष की उम्र में फ्रांस के सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का गौरव हासिल किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर इमैनुएल मैक्रों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "मैं भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।"


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