घोटालों की बात करने वाले पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पहले देखें अपने घोटाले: दुष्यंत चौटाला
करनाल/चंडीगढ़। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विपक्ष घोटालों की बात करता है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को चाहिए कि वह अपने घोटाले देखें। उन्होंने कहा कि एक ताजा घोटाला 1983 पीटीआई अध्यापकों की नियुक्ति का है। उन्होंने कहा कि इसकी इंक्वारी होनी चाहिए और बाईनेम एफआईआर भी होनी चाहिए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं और इस बीमारी की अभी तक कोई भी वैक्सीन नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं कि इस महामारी से ज्यादा नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना टैस्टिंग बढ़ाई गई है और समय पर मरीजों को दवाई व ऑक्सीजन मुहैया करवाई जा रही है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या भी काफी कम है और रिकवरी रेट ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश के लोग इस महामारी से जागरूक रहेंगे तो बिना किसी नुकसान के इस पर जीत हासिल की जा सकती है। दरअसल उपमुख्यमंत्री सोमवार को करनाल के आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में संत पीयूष मुनि जी महाराज के 32वें दीक्षांत दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस रक्तदान शिविर में उन्होंने स्वयं रक्तदान किया। पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं और आम आदमी को भी सरकार के इन प्रयासों के साथ चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की दवाई नहीं बनी है, इसके बावजूद भी मरीजों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं ताकि इस बीमारी से कोई जान न जाए। उन्होंने कहा कि समय पर ऑक्सीजन, दवाईयां व मरीजों के ठहरने के उचित प्रबंध किए जा रहे हैं तथा कोरोना टेस्टिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चीन ने भारत की सरहद पर जो तनाव पैदा किया है उसका भारत के सैनिक मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि देश की 130 करोड़ जनता अपने सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ी है और इस घड़ी में पूरा देश एक है। उपमुख्यमंत्री ने देश में चीन के सामान का बहिष्कार करने के प्रश्र पर कहा कि इसका विकल्प ढूंढा जा सकता है, परंतु इसमें समय लग सकता है। उन्होंने मीडिया को बताया कि शराब का घोटाला नहीं बल्कि चोरी थी, इसकी जांच के लिए तुरंत एसआईटी गठित की गई और तीन अधिकारियों ने इसकी जांच की। ---PTC NEWS---