हरियाणा में आज रोडवेज बसों के पहिए थमे, जगबीर के कातिलों को ना पकड़ पाने पर कर्मचारियों में रोष
हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर जगबीर को थार गाड़ी से कुचलने का मामला गर्माता जा रहा है। सोनीपत पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इसे लेकर रोडवेज कर्मचारियों और परिजनों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पिता के मौत के बाद सदमे में आए जगबीर के बेटे ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने के चलते हरियाणा में रोडवेज कर्मचारियों ने जगह जगह चक्का जाम कर दिया है। अंबाला, दादरी, रेवाड़ी, पंचकूला, बहादुरगढ़, जींद, हिसार, नारनौल में समेत कई शहरों में चक्का जाम कर दिया है। चक्का जाम होने के कारण बाहरी राज्यों और लोकल रूटों पर बसों का परिचलन नहीं हो पा रहा है। बसों के पहिए थमने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आज सुबह 8 बजे बाद से रेवाड़ी डिपो से कोई भी रोडवेज बस रवाना नहीं हो पाई हैं। सुबह के वक्त 30 से ज्यादा बसें अहम रूट पर रवाना होती है। इनमें गुरुग्राम, दिल्ली, फरीदाबाद, महेन्द्रगढ़, नारनौल की तरफ सबसे ज्यादा बसें निकलती है। इन रूट पर दैनिक यात्रियों की संख्या भी काफी ज्यादा है। ऐसे में 2 घंटे से ज्यादा वक्त से बसों के पहिये थमने से यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
चक्का जाम के दौरान रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार। जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते चक्का जाम रहेगा। धरने पर बैठके रोडवेज कर्मचारियों ने पीड़ित परिवार को स्थाई नौकरी और 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की।
बता दें कि दो दिन पहले हरियाणा रोडवेज की बस को एक थार बार-बार ओवरटेक कर रही थी। सोनीपत के कुंडली के पास चालक ने बस रोकी और उन्हें आगे पीछे गाड़ी चलाने का कारण पूछा। इस पर थार जीप सवार युवकों ने चालक जगबीर को कुचल दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं परिचालक घायल हो गया। पिता की मौत के बाद बुधवार शाम को बेटे संदीप ने भी जहर निगल लिया और उसकी भी मौत हो गई।