राहुल गांधी पर बीजेपी ने लगाया तिरंगे के अपमान का आरोप, लाल चौक पर फहराया था राष्ट्रध्वज
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat jodo yatra) का आज श्रीनगर में समापन हो गया। सफेद टी-शर्ट और हाफ जैकेट पहने राहुल ने शहर में ताजा बर्फबारी के बीच यात्रा का समापन करते हुए राष्ट्रगान की धुन के बीच पंथाचौक स्थित शिविर स्थल पर तिरंगा फहराया। इस दौरान भारी बर्फबारी देखने को मिली। बर्फबारी के बीच भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हुए थे। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक दूसरे के साथ बर्फ में मस्ती करते नजर आए।
शिविर स्थल पर तिरंगा फहराने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मौलाना आजाद रोड स्थित पीसीसी कार्यालय पहुंचे। यहां पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने बड़ी संख्या में मौजूद नेताओं और समर्थकों के बीच तिरंगा फहराया। स्थानीय प्रशासन ने कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। लाल चौक पर लगातार दूसरे दिन गाड़ियों की आवाजाही बंद रही। लोगों को लाल चौक और आसपास के क्षेत्रों में अपने काम पर लगभग एक किलोमीटर या उससे अधिक दूरी तक पैदल चलना पड़ा।
बता दें कि 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करने के बाद आज श्रीनगर में खत्म हुई। इस यात्रा में राहुल गांधी की टीशर्ट की काफी चर्चा रही है। वह भीषण सर्दी के दौरान भी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी जैसे राज्यों में महज एक सफेद टी-शर्ट पहने ही नजर आए थे।
यात्रा के समापन से एक दिन पहले राहुल गांधी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। अब राहुल के तिरंगा फहराने पर विवाद शुरू हो गया है। अब राहुल गांधी समेत कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर है। आरोप है कि राहुल गांधी ने इंडियन फ्लैग कोड का उल्लंघन किया है। दरअसल लाल चौक पर तिरंगा फहराने के दौरान राहुल गांधी का कटआउट तिरंगे से बड़ा था। अब इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये पूरी तरह से निंदनीय है कि एक पार्टी का तथाकथित नेता राष्ट्रीय ध्वज फहराता है, लेकिन ध्वज संहिता का पूरी तरह से उल्लंघन करते हुए ऐसा करना सही नहीं है। मैं इस तरह की चीजें करता हूं तो मुझे बहुत शर्मिंदगी होगी, लेकिन मुझे लगता है यह वंशवादी पार्टी के डीएनए में है कि जब आप राष्ट्रीय ध्वज फहरा रहे होते हैं, तब भी आप उस ध्वज को दबाना चाहते हैं और ध्वज के पीछे अपना कटआउट लगाकर ध्वज संहिता का उल्लंघन करते हैं।
राजीव चंद्रशेखर ने आगे कहा कि एक तरह से यह एक राजवंश के मनोविज्ञान का प्रदर्शन है, जहां उनके लिए उनकी छवि और योजनाओं पर उनके या उनके पिता का नाम या फिर दादी का नाम राष्ट्रीय ध्वज और देश के लिए क्या सही है।
- PTC NEWS