हरियाणा के सभी 22 जिलों में हुई नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल, नागरिकों को सिखाई गई आपातकालीन सुरक्षा व उनका रिस्पॉन्स !
चडीगढ़: गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार आयोजित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के रूप में हरियाणा के सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में नागरिकों को युद्ध के दौरान की स्थिति में सुरक्षा व इमरजेंसी रिस्पोन्स के बारे में जागरूक व प्रशिक्षित किया गया।
सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों का अनुपालन करते हुए हरियाणा सरकार व जिला प्रशासन द्वारा इस मॉक ड्रिल को सफल बनाने के लिए सभी प्रबंध पुख्ता किए गए और नागरिकों के लिए भी पहले से दिशा-निर्देश जारी कर उनसे सहयोग का आग्रह किया गया।
उन्होंने बताया कि ब्लैकआउट से पहले नागरिकों को समझाया गया कि उन्हें कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना है। जैसे ब्लैकआउट से पहले अपने फ़ोन और पावर बैंक को चार्ज रखना। बुनियादी सामान व आपातकालीन सप्लाई सुनिश्चित करना। बैटरी या सौर ऊर्जा से चलने वाली फ्लैश लाइट, टॉर्च, रेडियो, ग्लो स्टिक्स साथ रखना। एक वैध पहचान पत्र और पारिवारिक आपातकालीन किट को भी तैयार करना, जिसमें पानी, सूखा भोजन और बुनियादी दवाइयाँ हों।
उन्होंने बताया कि नागरिकों को जागरूक कर उन्हें बताया गया कि आश्रय के रूप में एक सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें। घर के सभी सदस्यों को प्रशिक्षित करें और बार-बार अभ्यास करें। लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों। शाम 7:30 से 8:30 बजे तक लिफ्ट का उपयोग न करें। लिफ्ट को निष्क्रिय कर दें ताकि ब्लैकआउट के दौरान कोई असुविधा न हो।
मॉक ड्रिल में नागरिकों का मिला भरपूर सहयोग
प्रवक्ता ने बताया कि मॉक ड्रिल के हिस्से के रूप में सबसे पहले शाम 4 बजे हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन सक्रिय हुए और सरकारी विभागों सहित सभी हितधारकों को शामिल करते हुए महत्वपूर्ण और रणनीतिक स्थानों पर मॉक ड्रिल ऑपरेशन शुरू किया गया। इनमें मिनी सचिवालय, सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक उपक्रम और मॉल आदि जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं। ड्रिल के एक हिस्से के रूप में शाम 7.50 बजे एक और हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई और नागरिकों ने सरकार का सहयोग करते हुए 10 मिनट की अवधि के लिए यानि शाम 7.50 बजे से 8.00 बजे तक पूर्ण ब्लैक आउट सुनिश्चित किया।
उन्होंने बताया कि ब्लैकआउट के लिए नागरिकों ने पूरा सहयोग किया और दिशा-निर्देशों का पालन करते सभी घर के अंदर ही रहे। जो नागरिक गाड़ी चला रहे थे, उन्होंने अपनी गाड़ी को किनारे पर पार्क करके लाइट बंद कर दी। अलर्ट के दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटों को भी बंद कर दिया गया।प्रवक्ता ने बताया कि यह मॉक ड्रिल अभ्यास चिकित्सा प्रतिष्ठानों पर लागू नहीं हुआ। हालांकि, उन्होंने भी सहयोगात्मक रूप से ड्रिल के दौरान सभी खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढक दिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना और ऐसी गंभीर/प्रतिकूल परिस्थिति के दौरान स्थिति से निपटने में प्रशिक्षित करना है।
- With inputs from agencies