राम रहीम की रिहाई की मांग के लिए बांटे गए पैम्फलेट, संतों के लिए 5 फरवरी को जंतर-मंतर पर विशाल जनसभा
डेरा प्रमुख राम रहीम शनिवार को 40 दिन की पैरोल पर सुनारिया जेल से बाहर आया है। राम रहीम की पैरोल से दो दिन पहले सिरसा में डेरा कॉलोनियों और आसपास के इलाकों में रहने वाले डेरा प्रेमियों के बीच जन अधिकार मोर्चा नाम की संस्था ने पैम्फलेट बांटे हैं। इन पैम्फलेट में केंद्र सरकार से राम रहीम की रिहाई की मांग की गई है।
'संतों को न्याय कब' शीर्शक से इन पैम्फलेट का छापा गया है। पैम्फलेट में संतों के नेतृत्व में 5 फरवरी को दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल जनसभा की बात भी की गई है। इस पंपलेट पर जन अधिकार मोर्चा के राष्ट्रीय राजेश शर्मा का नामा छापा गया है। डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने इन पैम्फलेट से किनारा करते हुए कहा कि डेरे का इन पैम्फलेट से कोई लेना-देना नहीं है। ये पंपलेट किसी डेरा अनुयायी ने नहीं बांटे।
पंपलेट पर प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश का दुर्भाग्य है कि एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 542 माननीय सांसदों में से 233 सांसदों पर हत्या, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार से संबंधित मामले दर्ज हैं। 3 सांसदों पर रेप से संबंधित मामले भी दर्ज हैं, लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि 138 मानवता भलाई कामों में 100 से ज्यादा गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाकर पूरी दुनिया में देश का नाम बनाने वाले राम रहीम जेल में है। करोड़ों भक्तों की आस्था को देखते राम रहीम को जल्द जेल से रिहा किया जाए।
पत्र में मांग करते हुए कहा गया है कि राम रहीम पर सभी केस खत्म किया जाएं। पंचकूला दंगों में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा मिले और निर्दोष लोगों के खिलाफ दायर किए गए केसों को खत्म किया जाए। संतों के उत्पीड़न को रोकने के लिए राज्य स्तर पर संत आयोग का गठन करने के साथ मासिक सहयोग सम्मान राशि दी जाने की मांग की गई है। इस तरह के पंपलेट मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
- PTC NEWS