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दसवीं में अव्वल रहे 603 ग्रामीण हिमाचली बने डाक सेवक

हिमाचल प्रदेश में दसवीं कक्षा के मेरिट लिस्ट में रहे अभ्यार्थियों को डाक सेवक बना दिया गया है। हिमाचल के ग्रामीण आंचलिक क्षेत्रों में में सौ फीसदी अंक लेने वाले हिमाचली को ग्रामीण डाक सेवक बना दिया गया है।

Written by  Jainendra Jigyasu -- March 13th 2023 01:27 PM
दसवीं में अव्वल रहे  603 ग्रामीण हिमाचली बने डाक सेवक

दसवीं में अव्वल रहे 603 ग्रामीण हिमाचली बने डाक सेवक

हिमाचल प्रदेश में दसवीं कक्षा के मेरिट लिस्ट में रहे अभ्यार्थियों को डाक सेवक बना दिया गया है।  हिमाचल के ग्रामीण आंचलिक क्षेत्रों में में सौ फीसदी अंक लेने वाले हिमाचली को ग्रामीण डाक सेवक बना दिया गया है। ये घर-घर जाकर चिट्ठी-पत्र बांटेंगे। पूरे प्रदेश  में इस पद के लिए 603 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। चंबा, सोलन समेत अधिकतर जिलों में उच्चतम सौ फीसदी अंकों को लेकर मेरिट में आए अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।

देश भर में इस पद के लिए 40,889 ग्राम डाक सेवकों का चयन किया गया है।हिमाचल प्रदेश से 603 चयनित किए गए हैं। इनमें सामान्य वर्ग से 261, ओबीसी से 130, अनुसूचित जाति से 126, एसटी से 25, ईडब्ल्यूएस से 57, पीडब्ल्यूडीए से एक, पीडब्ल्यूडीबी से एक और पीडब्ल्यूडीसी से दो अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं।


ग्रामीण डाक सेवकों की बीपीएम श्रेणी के लिए यह मानदेय 12,000 से लेकर 29,380 रुपये रहेगा, जबकि एबीपीएम एवं डाक सेवक के लिए यह 10,000 से 24,470 रुपये मासिक होगा। डाक सेवकों के पदों के लिए आयु सीमा न्यूनतम 18 और अधिकतम 40 साल रखी गई थी। दसवीं की परीक्षा में इसके लिए गणित और अंग्रेजी विषयों में परीक्षा को उत्तीर्ण करना अनिवार्य माना गया। आवेदकों के लिए स्थानीय स्तर पर बोली जाने वाली भाषाओं की जानकारी भी अनिवार्य थी।


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