यूपी में मंत्री की उंगली के खुरचने से ही उखड़ गई, 34 करोड़ की लागत से हुआ सड़क का निर्माण
यूपी की योगी सरकार ने 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने आदेश जारी किया है, लेकिन पीडब्ल्यूडीके कई कर्मचारी और ठेकेदार सीएम के आदेश को हाशिए पर रखकर घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रख रहे हैं। इसकी एक तस्वीर कानपुर में देखने को मिली।
पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद से बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने पनकी में बनी रोड का सही ढंग से निर्माण ना होने और गुणवत्ता का ध्यान न रखने की शिकायत की थी। पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद भाटिया तिराहे से पनकी रोड का निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री जितिन प्रसाद ने पैदल ही निरीक्षण करना शुरू किया। इस दौरान उनके साथ बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी और पीडब्ल्यूडी के बड़े अधिकारी भी साथ में थे। सड़क पर एक जगह रुककर जितिन प्रसाद ने अपनी उंगली से सड़क को खुरचा। उंगली के खुरचने से ही सड़क उखड़ गई।
यह देख उनका पारा चढ़ गया। मत्री ने कहा कि फौरन जांच कराई जाए। ठेकेदार कहां है? उस पर कार्रवाई की जाए। जांच रिपोर्ट की कॉपी मुझे भी दी जाए और विधायक को भी। सीमेंटेड रोड आखिर कैसे उखड़ गई, इसकी पूरी रिपोर्ट दी जाए। इस रोड का निर्माण करने से लेकर गुणवत्ता का सत्यापन करने में जितने भी अफसरों की भूमिका हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाए। सभी से जवाब तलब किया जाए।
बताया जा रहा है कि इस सड़क का निर्माम 34 करोड़ की लागत से हुआ है। वहीं इस मामले में आज लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने PWD के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है।
- PTC NEWS