अमित शाह का बड़ा बयान, कहा: हो सकता है आने वाले सालों में कश्मीर में CRPF की जरूरत ही ना पड़े
शनिवार को जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस मनाया गया। यह पहला मौका है जब दिल्ली से बाहर जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस मनाया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ के स्थापना दिवस में हिस्सा लिया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि जम्मू वह जगह है, जहां पं. प्रेम नाथ डोगरा और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक राष्ट्र, एक ध्वज, एक संविधान के लिए आंदोलन शुरू किया। हमें खुशी है कि हम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को पूरा कर सकें। अमित शाह ने कहा कि हो सकता है कि आने वाले सालों में जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएप की जरूरत ही ना पड़े। गृहमंत्री शाह ने जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ की भूमिका की तारीफ की। सीआरपीएफ की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा सुधार देखने को मिला है। सीआरपीएफ जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने आर्टिकल 370 और 35ए को हटाने के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इसका फायदा जम्मू-कश्मीर के आम लोगों को हुआ है। सीआरपीएफ ने ना सिर्फ घाटी में आतंकवाद से लड़ने में अहम भूमिका निभाई है, बल्कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने का काम भी किया है। सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व और नक्सल प्रभावित इलाकों में बेहतरीन काम किया है। मुझे यकीन है कि आने वाले कुछ सालों में इन तीनों क्षेत्रों में सीआरपीएफ की जरूरत नहीं होगी। अमित शाह ने कहा कि मैं सीआरपीएफ जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं। मैं सीआरपीएफ के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। ऐतिहासिक शहर जम्मू में सीआरपीएफ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। मैं सबसे पहले माता वैष्णो देवी को प्रणाम करना चाहता हूं।