पीएम मोदी की रैली कवर करने के लिए पत्रकारों से मांगा गया चरित्र प्रमाण पत्र, फजीहत के बाद नोटिफिकेशन रद्द
बिलासपुर: पीएम नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में रैली करेंगे। इस दौरान वो बिलासपुर में एम्स अस्तपाल का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी की रैली से पहले एक ऐसी नोटिफिकेशन सामने आई जिसके बाद पुलिस और प्रशासन के साथ साथ सरकार की भी फजीहत हो गई।
नोटिफिकेशन में राज्य लोकसंपर्क विभाग के जिला जनसंपर्क अधिकारी (डीपीआरओ) को सभी प्रेस संवाददाताओं, फोटोग्राफरों, वीडियोग्राफर्स, दूरदर्शन और आकाशवाणी की टीमों से चरित्र प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए कहा था। नोटिफिकेशन के मुताबिक चरित्र सत्यापन का प्रमाणपत्र डीएसपी, सीआईडी, बिलासपुर के दफ्तर को 1 अक्टूबर, 2022 तक भेजा जा सकता है। रैली या बैठक में पत्रकारों की पहुंच इस कार्यालय द्वारा तय की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता पंकज पंडित ने इस अधिसूचना पर कहा था कि उनके 22 साल के पत्रकारिता जीवन में उन्होंने पहली बार इस तरह की अजीब नोटिफिकेशन देखी है। चरित्र प्रमाणपत्र पेश करने की मांग अपमानजनक है और मीडिया की गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास है।
इसपर सोशल मीडिया पर भी खूब हंगामा हुआ। कांग्रेस ने भी जमकर सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा। फजीहत होती देख नोटिफिकेशन को रद्द कर दिया गया। फजीहत होती देख नोटिफिकेशन को रद्द करना पड़ा।
इस मामले पर हिमाचल पुलिस की डीजीपी संजय कुंडू ने ट्वीट किया। संजय कुंडू ने अपने टविटर हैंडल से लिखा, 'एसपी बिलासपुर द्वारा जारी किए गए पत्र को वापस लिया जाता है। असुविधा के लिए खेद है। माननीय प्रधानमंत्री जी के हिमाचल प्रदेश दौरे को कवर करने के लिए पत्रकार सादर आमंत्रित हैं। उनकी कवरेज के लिए सुविधा और सहयोग प्रदान करेंगे।'
बता दें कि कल पीएम मोदी बिलासपुर में एम्स अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। साथ ही रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी कुल्लू दशहरे में शामिल होंगे।