'दोस्ताना' मूड़ में एक साथ नजर आए सीएम मनोहर लाल और अनिल विज, कहा: हमारी दोस्ती 1990 के दौर की है
चंडीगढ़/अभिषेक तक्षक: मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज के बीच कई बार टकराव और आपसी मतभेद की खबरें कई बार सामने आ चुकी हैं। हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार के दौरान भी अनिल विज और मनोहर लाल आसने सामने हो गए थे। मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान भी विज की नाराजगी सामने आई थी। उनके खाते से शहरी निकाय विभाग मंत्री कमल गुप्ता को दिया गया। इसके बाद विज ने मंत्रिमंडल से इस्तीफे की धमकी दे डाली थी। तकरीबन ढाई साल मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज जब बीते कल संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता करने पहुंचे तो दोनों ने अपने रिश्तों को सामान्य दिखाने की कोशिश की। लिहाजा पत्रकारों ने भी इस मौके पर सीएम और गृह मंत्री के बीच मतभेद को लेकर सवाल पूछा तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उनकी अनिल विज के साथ गहरी मित्रता है और वो हर मन की बात उन्हें बताते हैं। विज के साथ उनकी आज भी गहरी मित्रता है। हमारा राजनीतिक साथ 1990 से हैं, जब विज साहब ने पहला चुनाव लड़ा था। तब मैं चुनाव प्रबंधन से जुड़ा हुआ था। मुख्यमंत्री ने मतभेदों पर चुटकी लेते हुए कहा कि विज मन की बात पत्रकारों को बोल देते हैं और वो अपने मन की बात विज साहब को, यह जवाब सुनकर दोनों ने खूब ठहाके लगाए। वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने कहा सीएम के साथ उनकी गहरी मित्रता है। उनकी मुद्दों को लेकर राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मन एक है। मजबूती के साथ सरकार चलाना और हर हरियाणवी की सेवा करना उनका लक्ष्य है। बता दें कि गृह मंत्री अनिल विज कई बार सार्वजनिक मंच से विज कई बार सरकार के फैसलों पर नाराजगी जता चुके हैं। इनमें डीजीपी मनोज यादव की पुनर्नियुक्ति से लेकर सीआईडी विवाद अहम है। सीआईडी विवाद का पेंच काफी दिनों तक फंसा रहा, सीआईडी की रिपोर्टिंग को लेकर दोनों राजनेताओं के बीच मतभेद भी सामने आए। अलबत्ता इस विवाद को सुलझाते हुए मुख्यमंत्री ने सीआईडी को अपने पास ले लिया। अभी हाल ही में