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झज्जर: सीएम मनोहर लाल के साथ आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स के प्रतिनिधियों की वार्ता विफल रही। आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर पहले की तरह अपना धरना जारी रखेंगी। आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर के प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि सरकार ने उनकी एक भी मांग नहीं मानी है। सरकार की ओर से कही गई बातें हमें मंजूर नहीं हैं।
धरने पर बैठीं आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि हम सरकार से नाराज हैं और हमारी बहनों के अंदर इतना रोष है कि वे मुख्यमंत्री के साथ ईंट से ईंट बजाने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 1500 हमारे लिए मंजूर किए गए थे वह भी हमें अभी तक नहीं मिले हैं। मुख्यमंत्री ने 2018 में वादा किया था कि उन्हें कुशल और अर्ध कुशल श्रमिक का दर्जा दिया जाएगा। वह दर्जा हमें अभी तक नहीं दिया गया है और लगातार हमारा शोषण हो रहा है।
धरने पर बैठीं आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स
गौरतलब है कि कल आंगनवाड़ी वर्कर्स का 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल हरियाणा सरकार के मंत्री कमलेश ढांडा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिला थे, जिसके बाद कुछ बातों पर सहमति बनी, लेकिन आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स का साफ तौर पर कहना है कि हमें वह सरकार की ओर से कही गई बातें मंजूर नहीं है और हम लगातार अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
धरने पर बैठीं आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स -
मुख्यमंत्री के 1 लाख आंगनवाड़ी वर्कर के रिटायरमेंट पर देने की बात पर आंगनवाड़ी वर्कर ने कहा कि हम भिखारी नहीं है जो भीख मांग रहे हैं या तो हमें 5 लाख रिटायरमेंट के समय दिए जाएं और हमारी सभी बातें मानी जाए नहीं तो हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।