Fri, Apr 26, 2024
Whatsapp

केंद्र ने इथेनॉल पर जीएसटी 18 से घटाकर किया 5 प्रतिशत, पेट्रोल की कीमतों में मिलेगी राहत

Written by  Vinod Kumar -- December 17th 2021 11:52 AM -- Updated: December 17th 2021 12:15 PM
केंद्र ने इथेनॉल पर जीएसटी 18 से घटाकर किया 5 प्रतिशत, पेट्रोल की कीमतों में मिलेगी राहत

केंद्र ने इथेनॉल पर जीएसटी 18 से घटाकर किया 5 प्रतिशत, पेट्रोल की कीमतों में मिलेगी राहत

नेशनल डेस्क: देश में हाल के महीनों में पेट्रोल डीजल (Petrol diesel) के दाम तेजी से बढ़े हैं। इसका असर रोजमर्रा की महंगी होती चीजों पर देखा जा सकता है। सरकार पेट्रोल की कीमतों को लगातार कम करने की कोशिश कर रही है। इस बीच गुरुवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) प्रोग्राम के तहत ब्लेंडिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इथेनॉल के लिए जीएसटी (GST) की दर को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। बता दें कि, ईबीपी प्रोग्राम के तहत पेट्रोल में इथेनॉल को मिलाया जाता है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने गुरुवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि इथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) की दर को 5 प्रतिशत कर दिया है। इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत इथेनॉल को 18 प्रतिशत से घटकार 5 प्रतिशत किया गया है। दरअसल, देश में बढ़ते पेट्रोल के दामों के बीच केंद्र सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। इसके बाद अब इथेनॉल पर सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी लगेगी। साल 2018 में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से इथेनॉल की खरीद में भी इजाफा हुआ है। [caption id="attachment_559157" align="alignnone" width="300"]Modi government GST ethanol Petrol price, Ethanol Blended Petrol Ethanol Petrol मोदी सरकार, जीएसटी, इथेनॉल, जीएसटी, इथेनॉल पर कम हुआ जीएसटी कॉन्सेप्ट फोटो[/caption] गन्ने पर आधारित फीडस्टॉक्स जैसे सीएंडबी भारी गुड़ (molasses), गन्ने का रस, चीनी, चीनी सिरप से उत्पादित इथेनॉल का खरीद मूल्य सरकार द्वारा और खाद्यान्न आधारित फीडस्टॉक्स से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा वार्षिक आधार पर तय किया जाता है। इसके साथ अनाज पर आधारित फीडस्टॉक से उत्पादित इथेनॉल की खरीदारी कीमत को सार्वजनिक क्षेत्र की मार्केटिंग कंपनियां सालाना आधार पर तय करती हैं। देश में चीनी उत्पादन को सीमित करने और इथेनॉल के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए, सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें इथेनॉल उत्पादन के लिए बी भारी शीरा, गन्ने का रस, चीनी और चीनी की चाशनी को बदलने की अनुमति देना शामिल है। [caption id="attachment_559158" align="alignnone" width="300"]Modi government GST ethanol Petrol price, Ethanol Blended Petrol Ethanol Petrol मोदी सरकार, जीएसटी, इथेनॉल, जीएसटी, इथेनॉल पर कम हुआ जीएसटी कॉन्सेप्ट इमेज[/caption] बता दें कि, सरकार ने 2014 से इथेनॉल के प्रभावी मूल्य को अधिसूचित किया है। 2018 के दौरान पहली बार, सरकार द्वारा इथेनॉल उत्पादन के लिए उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल के आधार पर इथेनॉल के अंतर मूल्य की घोषणा की गई थी। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा इथेनॉल की खरीद भी बढ़ी है। इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से मौजूदा ईएसवाई वर्ष 2020-21 में बढ़कर 350 करोड़ लीटर से अधिक हो गई है। इथेनॉल की सप्लाई पर उठाए गए कदमों की वजह से सरकार ने देश में पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को 2030 से 2025-26 कर दिया है। [caption id="attachment_559159" align="alignnone" width="300"]Modi government GST ethanol Petrol price, Ethanol Blended Petrol Ethanol Petrol मोदी सरकार, जीएसटी, इथेनॉल, जीएसटी, इथेनॉल पर कम हुआ जीएसटी कॉन्सेप्ट इमेज[/caption] सरकार ने सेकेंड जनरेशन (2G) इथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री जीवन योजना को भी नोटिफाई किया था, इसके लिए सरकार ने देश में वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराया था।इथेनॉल मिलाने का फायदा: पेट्रोल में इथेनॉल मिलाने की वजह से आयात में कटौती होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है, जो अपनी 85 प्रतिशत से अधिक मांग को पूरा करने के लिए विदेशों से आयात पर निर्भर है।


Top News view more...

Latest News view more...