अब ऑक्सीजन की जरूरत नहीं! 10 दिन से खड़े हैं दस से ज्यादा ऑक्सीजन टैंकर
फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) देश में एक समय पर ऐसे हालात थे की ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने के लिए लोग मुंह मांगी कीमत देने को तैयार थे लेकिन ऑक्सीजन मिल नहीं रही थी। मगर आज फरीदाबाद रेलवे स्टेशन परिसर में ऑक्सीजन से भरे करीब 10 से ज्यादा टैंकर खड़े हैं। ये टैंकर गुजरात के जामनगर, हजीरा व ओडीशा के राउरकेला व अंगुल से ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन के जरिए आए थे और प्रत्येक टैंकर में करीब 22 टन ऑक्सिजन है। जो कि अब खड़े खड़े लीकेज भी होने लगी है। दरअसल जैसे- जैसे कोरोना संक्रमण का ग्राफ कम होने लगा है, वैसे-वैसे ऑक्सीजन की मांग में भी कमी आई है, जिसके चलते यह टैंकर खाली भी नहीं हो रहे हैं और कई दिनों से एक जगह रहने के कारण टैंकर चालक व हेल्पर भी परेशान हैं। टैंकर चालको ने बताया कि हमें अभी तक यह नहीं बताया गया है की ऑक्सिजन की सप्लाई कहां देनी है। इसके अलावा हमें घर भी नहीं जाने दिया जा रहा। आलम यह है कि फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर खड़े हुए 9 से 10 दिन हो चुके हैं। कई बार उन्होंने अपने अधिकारियों से बात करने की कोशिश भी की मगर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। यह भी पढ़ें- कोविड-19 की दूसरी लहर की गति धीमी, फिर भी अभी सतर्कता रखना बेहद आवश्यक: अनिल विज
टैंकर चालकों का कहना है कि जब तक उनके पास कोई संदेश नहीं मिल जाता तब तक वह ना तो घर जा सकते हैं और ना ही इन ऑक्सीजन टैंकरों को कहीं सप्लाई कर सकते हैं। इसलिए उनके पास सिवा इंतजार करने के और कोई रास्ता नहीं है। वहीं जीआरपी सबइंस्पेक्टर राजपाल सिंह की देखरेख में सभी चालकों के रहन सहन और भोजन की व्यवस्था की गई है। सब इंस्पेक्टर राजपाल सिंह का कहना है कि उन्हें सभी ऑक्सीजन टैंकर चालकों की देखरेख करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसे वह बखूबी निभा रहे हैं और उनके पास भी ऐसा कोई संदेश नहीं है कि इन टैंकर चालकों को कब यहां से जाने का मौका मिलेगा जब तक वह रहेंगे तब तक सब इंस्पेक्टर राजपाल उनके रहन-सहन और खान-पान के व्यवस्था करते रहेंगे।