डिप्टी सीएम बोले, प्लास्टिक से बनी वस्तुओं के प्रयोग पर विधानसभा में भी लगे बैन
चंडीगढ़। भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार पॉलिथीन प्रयोग से होने वाले नुकसान को लेकर पूरी तरह से सजग और गंभीर है। पर्यावरण को पॉलीथीन मुक्त बनाने और पॉलिथीन बैग के प्रयोग पर प्रतिबंध को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेशों को लागू करते हुए पॉलीथीन बैग के प्रयोग और इसके उत्पादन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है। यदि अवैध तरीके से कहीं पर किसी फैक्ट्री में प्रबंधित पॉलिथीन से बैग बनाए जाने की सूचना किसी के पास है तो इसकी सूचना सरकार को दें, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह बात प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा में कही। दरअसल यहां विधायक घनश्याम दास अरोड़ा द्वारा पॉलिथीन बैग की बजाय जैविक रूप से गलनशील वस्तु से बने बैग के प्रयोग को लेकर पूछे गए सवाल का डिप्टी सीएम जवाब दे रहे थे। डिप्टी सीएम ने कहा कि प्लास्टिक बैग से पर्यावरण को खतरा एक गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को होने वाले नुकसान को देखते हुए हरियाणा विधानसभा में भी प्लास्टिक के उत्पादों पर प्रतिबंध लगे। उन्होंने कहा कि जैविक रूप से गलनशील पदार्थ जूट, कपड़े आदि से बने बैग बनाने के लिए सरकार स्वयं सहायता ग्रुप को प्रत्साहित करने जा रही है। वहीं दुष्यंत चौटाला ने सदन में कहा कि सरकारी संस्थाओं में प्लास्टिक की बोतलों का प्रयोग पहले से ही प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के रिसाइकिलंग के लिए यदि कोई उद्यम लगाना चाहता है तो सरकार विशेष औद्योगिक नीति के तहत संबंधित उद्यमी को अपनी इकाई लगाने के लिए जीएसटी में, सीएलयू डयूटी सहित कई प्रकार की छूट प्रदान की जाती है। यह भी पढ़ें: हरियाणा में कानून व्यवस्था का हाल, पंचायत मेंबर की दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या ---PTC NEWS----