दिल्ली-लाहौर सदा-ए-सरहद बस को बंद करवाने की मांग, एनएच पर प्रदर्शन
सोनीपत। (जयदीप राठी) पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। इसी रोष के चलते सामाजिक संगठन के सदस्यों ने दिल्ली-लाहौर सदा-ए-सरहद बस को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने बस को मुरथल से सोनीपत वाया नरेला होकर नेशनल हाइवे पर पहुंचाकर दिल्ली के लिए रवाना करवाया। मुरथल से बस की सुरक्षा के मद्देनजर डीएसपी विरेन्द्र की देखरेख में सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई। वहीं जीटी रोड राई थाना प्रभारी कुलदीप देशवाल ने व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कुछ युवकों को हिरासत में लिया। उसके बाद बस के सुरक्षित गुजरने की सूचना व लोगों के प्रार्थना करने के बाद उन्हें छोड़ा गया। [caption id="attachment_259289" align="aligncenter" width="700"] सामाजिक संगठन के सदस्यों ने दिल्ली-लाहौर सदा-ए-सरहद बस को रोकने की कोशिश की[/caption] प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी व शहीदों का बदला लेने की मांग की। इस दौरान करीब चार युवाओं को हिरासत में भी लिया गया। हिरासत से खफा युवाओं ने नारेबाजी की। करीब एक घंटे के उपरांत हिरासत में लिए युवाओं को छोड़ दिया गया। ज्ञात रहे कि मौजूदा हालात को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहती हैं। [caption id="attachment_259290" align="aligncenter" width="700"] बस रोकने की सूचना के बाद पुलिस ने बस को मुरथल से सोनीपत वाया नरेला होकर नेशनल हाइवे पर पहुंचाकर दिल्ली के लिए रवाना करवाया।[/caption] भारतीय किसान संघ के नेता विरेन्द्र बढ़ख़ालसा ने बताया कि युवाओं ने एकत्रित होकर बस को रोककर पाकिस्तान के झंडे को उतारने का निर्णय लिया था। संघ के प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र बढ़ख़ालसा ने कहा कि पाकिस्तान का झंडा लगी बस का भारत से गुजरना उनके जख्मों पर नमक डालने का कार्य करता है। [caption id="attachment_259291" align="aligncenter" width="700"] बस को रोककर पाकिस्तान के झंडे को उतारना चाहते थे सामाजिक संगठन के लोग[/caption] इसलिए सरकार से मांग करते है कि तुरंत प्रभाव से बस को रोका जाए। इस बस को बिल्कुल बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि आज प्रशासन ने बस को दूसरे रास्ते से निकाल दिया है लेकिन इस बस को वे बंद करवाकर ही रहेंगे। यह भी पढ़ें : हरियाणा का एक और जवान शहीद, मुठभेड़ के दौरान लगी थी गोली