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रोहतक/सुरेंद्र: पंजाब के फरीदकोट में श्री गुरू ग्रंथ साहिब चोरी होने के मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) आज फिर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम से पूछताछ करेगी। इसके लिए टीम दूसरी सुनारिया जेल रोहतक जाएगी। इससे पहले भी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख से जेल में और डेरा प्रबंधकों से सिरसा डेरा में पूछताछ हो चुकी है।
SIT प्रमुख आाईजी एसपीएस परमार ने पुष्टि करते हुए कहा है कि हां हम राम रहीम से पूछताछ के लिए दोबारा सुनारिया जेल रोहतक जा रहे हैं। IG एसपीएस परमार की अगुवाई में एसआईटी में एसएसपी मुखविंदर भुल्लर, डीएसपी लखबीर सिंह और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह टीम में शामिल हैं।
गौरतलब है कि SIT मामले की जांच तेजी से कर रही है, क्योंकि उन पर चुनाव से पहले पहले इसे नतीजे पर पहुंचाने का दबाव है। दरअसल, राम रहीम से SIT ने बीते 9 नवंबर को भी पूछताछ की थी। इस दौरान उसने कहा था कि उनका काम सत्संग करने का था, फैसले डेरा की प्रबंधक कमेटी लेती थी। इसी मामलें को लेकर SIT ने डेरा प्रबंधक विपासना इंसां और पी आर नैन को समन दिए थे। लेकिन वे हाई कोर्ट चले गए। वहीं, हाई कोर्ट से आदेश के बाद SIT की टीम सिरसा में पीआर नैन से पूछताछ भी की थी। वहीं, अब इसके बाद फिर से डेरा प्रमुख से पूछताछ हो रही है।
रोहतक जेल
अभी तक के जवाबों से नहीं खुश हैं SIT
राम रहीम और प्रबंधकों द्वारा दिए गए जवाबों से SIT संतुष्ट नहीं है और यही कारण है कि अभी और भी पूछताछ की जानी है। SIT प्रमुख एसपीएस परमार करते हैं कि जब तक उन्हें अपने सवालों के सही जवाब नहीं मिल जाते, पूछताछ इसी तरह चलती रहेगी। कई दौर की पूछताछ हो सकती है। एसआईटी यही स्पष्ट करना चाहती है कि फरीदकोट में हुई बेअदबी में डेरा प्रबंधकों की कोई भूमिका तो नहीं। हालांकि राम रहीम समेत डेरे के तमाम लोग बेअदबी की घटना में हाथ होने से इनकार कर चुके हैं।
SIT
साल 2015 का हैं गुरु ग्रंथ साहिब चोरी का मामला
गौरतलब है कि बेअदबी का मामला 6 साल पुराना है। जहां बीते 1 जुलाई 2015 को फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारे से श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। ऐसे में 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे 2 पोस्टर लगे मिले।
उन पर आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। ऐसे मे 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। इससे नाराज सिखों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसने उग्र रूप ले लिया था। इस दौरान हुई पुलिस की हिंसक झड़प में 2 लोगों की मौत हो गई थी।
राम रहीम (फाइल फोटो)
बेअदबी और गोलीकांड के इस मामले में साल 2015 में 3 अलग-अलग FIR दर्ज की गई थी। इनमें 5 डेरा प्रेमियों को गिरफ्तार किया गया, जोकि अब जमानत पर चल रहे हैं। वहीं, डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 सदस्यों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए है। इस बारे में भी राम रहीम से पूछताछ की जाएगी।
CBI समेत 3 SIT कर चुकी जांच
वहीं, बेअदबी का मामला साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बन गया था। हालांकि अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की 3 अलग-अलग SIT टीमें जांच कर चुकी हैं, लेकिन बेअदबी करने वाले दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं।-