राम रहीम के असली-नकली होने के मामले पर रणजीत चौटाल का बयान, कही ये बात
फतेहाबाद/साहिल रुखाया: पैरोल पर आए डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को नकली बताकर हाईकोर्ट पहुंचे डेरा प्रेमियों की याचिका पर बिजली एवं जेल मंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों को उलझाकर हाईकोर्ट, मीडिया, सरकार और जनता का समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। आगे से ऐसे याचिकाएं लगाने से परहेज करें। फतेहाबाद में जनपरिवाद समिति की बैठक लेने पहुंचे बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि अब हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है, हाईकोर्ट को कोई चेलेंज नहीं कर सकता। सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को सजा दी। अब समय-समय पर उनके परिवारजन उनसे मिलते रहे हैं, परिवार जन भी यदि यह पहचान नहीं कर सकते कि बाबा असली है या नकली तो और कौन करेगा। जेल मंत्री ने कहा कि बाबा को अब पैरोल मिली तो उन्होंने कहां जाना और रहना है, यह उन्होंने तय किया और बागपत चले गए। अब बेकार की बातों से कोर्ट, सरकार, जनता का समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। बता दें कि पेरोल से जेल से बाहर आया राम रहीम असली है या नकली, इसकी जांच की मांग को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका पर आज सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए पिटीशन दायर करने वाले डेरा प्रेमियों को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि यह कोई फिल्म नहीं चल रही है। हाईकोर्ट ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए नहीं है। तुम लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान कोई फिक्शन फिल्म देखी है, इसलिए ऐसी याचिका डाली है। पैरोल पर आया राम रहीम गायब कैसे हो गया? याचिका दायर करते समय दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए। जज ने कहा कि कीमत के साथ याचिका को खारिज करूंगा।