प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित शिवकुमार का निधन, 84 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
भारत के मशहूर संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का मुंबई में निधन हो गया। कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हुआ है। पंडित शिवकुमार 84 वर्ष के थे। शिवकुमार किडनी संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। इसके चलता उनका डायलिसिस भी चल रहा था। आज शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। संतूर वादक शिव कुमार शर्मा ने वाद्य यंत्र संतूर को विश्व भर में पहचान दिलाने में अहम योगदान दिया। संतूर वाद्य यंत्र कभी कभी जम्मू-कश्मीर का वाद्य यंत्र होता था। इसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी थी, लेकिन पंडित शर्मा के योगदान के संतूर को एक शास्त्रीय संगीत वाद्य यंत्र का दर्जा दिया और इसे अन्य पारंपरिक और प्रसिद्ध वाद्ययंत्रों जैसे सितार और सरोद के साथ ऊंचाई पर पहुंचा दिया। पंडित शिवकुमार शर्मा ने सिलसिला, लम्हे और चांदनी जैसी फिल्मों के लिए बांसुरीवादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के साथ संगीत तैयार किया। फिल्मी जगत को भी पंडित शिव कुमार शर्मा ने बहुत कुछ दिया है। बॉलीवुड में 'शिव-हरी' नाम से मशहूर शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने चांदनी फिल्म का गाना 'मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां' जो कि श्रीदेवी पर फिल्माया गया था उसके लिए संगीत इस हिट जोड़ी ने ही दिया था। पंडित शिवकुमार शर्मा के पिता चाहते थे कि उनका बेटा सरकारी नौकरी करके अपना भविष्य सुरक्षित करे, लेकिन पंडित शिवकुमार ऐसा नहीं चाहते थे। एक बार उन्होंने घर छोड़ दिया और इकलौती संतूर और जेब में महज 500 रुपये लेकर मुंबई आ गए और संघर्ष शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित शर्मा के निधन को सांस्कृतिक दुनिया के लिए क्षति बताया उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत अच्छी तरह याद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। वहीं, सीएम योगी ने अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरल स्वभाव और आत्मा को सम्मोहित करने वाले संगीत कला के पारंगत पंडित शिवकुमार जी मां सरस्वती के अनन्य साधक थे।