टीएमसी नेता ने बीजेपी समर्थकों को दी धमकी, भाजपा को वोट देने घर से निकले तो खुद तय कर लें वो कहां रहेंगे
पश्चिम बंगाल में एक बार फिर राजनीतिक हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। बीरभूम हिंसा की वजह से गरमाई वहां की राजनीति में विवादित बयानों ने भी आग में घी डालने का काम किया है। इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट व चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर टीएमसी द्वारा भाजपा समर्थकों को धमकाने का मामला सामने आया है। लाउदोहा ब्लॉक के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में टीएमसी विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने जोर देकर कह दिया है कि कट्टर बीजेपी वोटर बाहर ना निकलें। उन्होंने कहा कि जो कट्टर भाजपा समर्थक हैं उन्हें डराएं -धमकाएं, उनसे कहें कि वे लोग वोट देने न जाए, अगर वे लोग वोट देने जाते हैं तो उसके बाद वे लोग कहां रहेंगे खुद तय कर लें और अगर वह लोग वोट देने नहीं जाते हैं तो हम लोग समझेंगे कि वह हमारे समर्थन में हैं। भाजपा के सह बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने एक वीडियो जारी कर तृणमूल विधायक नरेन चक्रवर्ती पर पार्टी के समर्थकों को धमकाने का आरोप लगाया है। मालवीय ने कहा कि चक्रवर्ती भाजपा के समर्थकों को धमकाया कि यदि उन्होंने बीजेपी वोट दिया तो चुनाव बाद अंजाम भुगतना पड़ेगा। भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख मालवीय ने इस मामले में चुनाव आयोग से भी संज्ञान लेने का आग्रह किया है। मालवीय ने टीएमसी प्रमुख व बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि वह ऐसे विधायकों को संरक्षण दे रही हैं।
इस संबंध में आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा कि तृणमूल विधायक यह समझ गए हैं कि भाजपा के लोग वोट देंगे तो उनकी हार तय है। उन्होंने इस तरह से धमकी दी है ,यह नहीं दी होती तो अच्छा होता। वह तो अनुव्रत मंडल के शिष्य हैं और हो सकता है कि कुछ दिन बाद अनुब्रत मंडल जेल में होंगे। इस तरह धमकी देते रहेंगे तो अनुब्रत मंडल को जेल में लूडो खेलने के लिए दो-तीन लोगों की जरूरत होगी। तो हो सकता है यह जाएंगे। बता दें कि आसनसोल लोकसभा सीट पिछले साल अक्तूबर में बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के कारण खाली हुई है। वह भाजपा सांसद थे, लेकिन लोस से इस्तीफा देने के कुछ समय बाद बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल में शामिल हो गए।TMC’s Pandaveswar (Asansol) MLA Naren Chakraborty, is seen issuing open threats to BJP voters and supporters, asking them not to come out and vote, or else face consequences. Such criminals should be behind bars but in Bengal Mamata Banerjee patronises them. ECI must take note. pic.twitter.com/5KiPsPZHVG — Amit Malviya (@amitmalviya) March 29, 2022