अभय चौटाला का आरोप- 6 साल में 28 भर्ती के पेपर लीक, 100 करोड़ से ज्यादा का है घोटाला
चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चाहे एचपीएससी, एसएससी या फिर शिक्षा बोर्ड है, उनमें भर्ती पेपर के लिए तीन लोगों की जिम्मेदारी होती है जिसमें बोर्ड अध्यक्ष, सचिव और कांफिडेंशियल असिस्टेंट शामिल हैं, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। क्योंकि बोर्ड के अध्यक्ष को मुख्यमंत्री नियुक्त करता है इसलिए वो भी बराबर के दोषी हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा के फार्म प्राइवेट एजेंसियों द्वारा भरे गए जिसमें आठ लाख बच्चों ने सौ-सौ रुपए में फार्म भरे। कुल मिलाकर आठ करोड़ की रकम बनती है जो रकम बोर्ड के खाते में जानी चाहिए थी वो सीधे प्राइवेट फर्म के खाते में गई। इस फर्म का नाम एचकेसीएल है जो कि गुजरात की कंपनी है और पंचकूला से ऑपरेट करती है। पिछले छह साल में 28 भर्ती पेपर लीक हुए हैं जो कि 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का घोटाला है। यह भी पढ़ें- अर्शी खान को सता रहा अफगानी क्रिकेटर से अपनी सगाई टूटने का डर यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन से हो रहे सड़क जाम का समाधान निकाले केंद्र: सुप्रीम कोर्ट अभय चौटाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पेपर लीक में ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जिनका दूरदराज का भी वास्ता नहीं था। पेपर में दिए गए प्रश्नों को पढ़कर बेहद हैरानी हुई, इन प्रश्नों का पुलिस की भर्ती से कोई वास्ता नहीं था। विपक्ष के लोग जो सदन में बैठे हैं उन्होंने जो मुद्दा उठाया वो आधा-अधूरा था। उन्होंने असली दोषी का नाम तक नहीं लिया क्योंकि इनको जानकारी ही नहीं थी। इन्होंने पेपर लीक का मुद्दा भी तब उठाया जब हमने राज्यपाल को इसके लिए ज्ञापन सौंपा और जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।