बहादुरगढ़/प्रदीप धनखड़: नगर परिषद बहादुरगढ़ में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार की घोषणा होते ही बीजेपी में बगावत के सुर उठ गए हैं। बहादुरगढ़ में बीजेपी के ओबीसी नेताओं ने मिलकर पार्टी के खिलाफ ओबीसी कैंडिडेट उतारने का निर्णय लिया है। बीजेपी ओबीसी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष धर्मवीर वर्मा ने पार्टी का सिंबल भी ठुकरा दिया है।
शहर के वार्ड नंबर 20 से धर्मवीर वर्मा को बीजेपी ने पार्षद पद का उम्मीदवार बनाया था, जबकि धर्मवीर वर्मा अध्यक्ष पद की टिकट मांग रहे थे। इसी से नाराज होकर उन्होंने पार्टी का सिंबल को ठुकरा कर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है।
बहादुरगढ़ नगर परिषद से घोषित प्रत्यशी सरोज बाला राठी को बीजेपी अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है। ओबीसी वर्ग के नेताओं का कहना है कि संगठन ने उनके वर्ग के साथ अन्याय किया है। अगर पार्टी उन्हें संगठन से निकालना चाहती है तो उन्हें निकाल सकती है।
बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नरेश कौशिक पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं ओबीसी नेताओं ने कहा कि उन्होंने नगर परिषद में घोटाले किए हैं जिसकी शिकायत उन्होंने बीजेपी संगठन और मुख्यमंत्री को भी की, लेकिन उनके खिलाफ आज तक किसी तरीके की कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।
ओबीसी वर्ग के नेताओं ने बीजेपी पर उनकी आवाज दबाने के आरोप लगाए हैं और आने वाले नगर निकाय चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट सरोज बाला राठी के विरोध में चुनाव प्रचार करने और चुनाव लड़ने की बात कही है। इतना ही नहीं इन नेताओं में इतना रोष है कि उन्होंने किसी भी दबाव में चुनाव नॉमिनेशन वापस नहीं लेने की बात कही है।