किसान संगठनों से भाजपा के तीन सांसदों ने लिए सुझाव, नहीं बनी कोई सहमति

By  Arvind Kumar September 13th 2020 04:35 PM -- Updated: September 13th 2020 04:37 PM

पंचकूला। (उमंग श्योराण) किसान अध्यादेश पर चल रहे विवाद के बाद आखिरकार सरकार की तरफ से 3 सांसदों की किसान संगठनों के साथ बैठक पूरी हो गई। जिसके बाद तीनों सांसदों की तरफ से यह दावा किया गया कि बहुत सारे सुझाव किसानों की तरफ से मिले हैं और 16 तारीख को उम्मीद है कि यह अध्यादेश संसद में पास होने के लिए पटल पर रखे जाएं। हालांकि उससे पहले किसान संगठनों के नेताओं के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मुलाकात कराई जाएगी। साथ ही किसानों की परेशानी से उनको अवगत कराया जाएगा।

वहीं किसानों पर हुए लाठीचार्ज की तुलना सांसद धर्मवीर ने बेहद ही बेतुके ढंग से करते हुए कहा कि अगर कोई मच्छर बैठ जाता है तो उसको यह नहीं कहा जाता कि मच्छर काट गया। मच्छर ने काटा नहीं और हमने कह दिया कि मार दिया मार दिया, कहां मार दिया।

BJP MPs took suggestions from farmers' organizations

वहीं बैठक के बाद किसान संगठनों की तरफ से भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बैठक में सहमति नहीं बनी है। हालांकि अपने सुझाव उन्होंने सरकार को दे दिए हैं। वह चाहते हैं कि एमएसपी नए तरीके से गिना जाए और C2 का 50 फ़ीसदी के हिसाब से नए एमएसपी की गणना हो।

इस बैठक में किसानों के साथ साथ के साथ-साथ मंडी एसोसिएशन के लोग भी शामिल हुए। मंडी एसोसिएशन के लोगों ने फलों और सब्जियों को मंडियों से बाहर बेचने की बात पर उन्होंने आपत्ति जताई है क्योंकि यह काम छोटे स्तर पर होता है और इससे किसानों का और मंडी व्यापारियों का दोनों का ही नुकसान होगा।

बहरहाल सरकार कोशिश भले ही कितनी भी कर रही हो लेकिन मीटिंग के बाद भी किसान यूनियन और मंडी एसोसिएशन के रुख को देखते हुए लगता है कि किसान अध्यादेश पर हो रहा यह बवाल जल्दी खत्म नहीं होगा।

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