PTI अध्यापक हैं निर्दोष, प्रक्रियागत खामियों के लिए शिक्षक दोषी नहीं: सुरजेवाला

By  Arvind Kumar July 4th 2020 03:51 PM -- Updated: July 4th 2020 03:53 PM

जींद। पूरे प्रदेश से आए पीटीआई अध्यापकों व हरियाणा की खापों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 8 अप्रैल, 2020 के निर्णय के बाद 1,983 पीटीआई अध्यापकों की नौकरी बर्खास्त करना 2,000 परिवारों के पेट पर असंवेदनशील तरीके से लात मारना है। इन पीटीआई अध्यापकों ने दस साल से अधिक प्रदेश में निस्वार्थ सेवा की है। 30 अध्यापक पूर्व सैनिक हैं, जिनमें गैलेंट्री अवार्ड प्राप्त, दिलबाग जाखड़ भी शामिल हैं, जिन्होंने पूंछ में 7 उग्रवादियों को मार गिराया था। 34 अध्यापक कैंसर, ब्रेन हैमरेज, हार्ट इत्यादि बीमारियों से ग्रस्त हैं। 39 साथियों की तो मृत्यु तक हो चुकी है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में न तो पीटीआई चयन प्रक्रिया में कोई भ्रष्टाचार पाया गया और न ही किसी भी चयपित पीटीआई अध्यापक के द्वारा कोई द्वेषपूर्ण किया गया कार्य पाया गया। पर इस निर्णय के उपरांत 1,983 पीटीआई अध्यापकों की बर्खास्तगी से इनके व इनके परिवारों के सपने व भविष्य पूरी तरह से धराशायी हो गए हैं।

 सुरजेवाला ने कहा कि सरकार का काम नौकरी देना है, नौकरी छीनना नहीं। खासतौर से तब, जब चयन प्रक्रिया में न तो कोई भ्रष्टाचार पाया गया और न ही चयनित पीटीआई अध्यापकों का कोई कसूर पाया गया। ऐसे में चयन प्रक्रिया संपूर्ण करने वाली एजेंसी की खामियों की सजा जिंदगी के इस पड़ाव पर पहुंचे इन 1983 पीटीआई अध्यापकों को क्यों मिले?

कांग्रेस नेता के मुताबिक ज़ुल्म की बात यह है कि खट्टर सरकार ने मृतक पीटीआई अध्यापकों के परिवारों की सहायता भी बंद कर दी है।  मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर व भाजपा-जजपा सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि ये नौजवान न केवल हरियाणा की माटी के बेटे-बेटियां हैं, पर पिछले 10 वर्ष में इन्होंने बेहतरीन सेवा कर सरकारी सेवा का तजुर्बा कमाया है। खट्टर सरकार को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि सेवा नियमों के अनुरूप पीटीआई काडर खत्म हो गया है तथा इस पद पर कोई नई नियुक्ति नहीं हो रही।

पीटीआई अध्यापक से टीजीटी अध्यापक का 33 प्रतिशत प्रमोशन कोटा भी मौजूदा पीटीआई अध्यापकों की प्रमोशन या सेवा निवृत्ति के साथ साथ सदा के लिए समाप्त हो जाएगा। अगर सरकार सही मंशा से हरियाणा की लंबे समय से सेवा कर रहे इन पीटीआई अध्यापकों के लिए आज भी मानवीय आधार पर छूट दे सेवा में रखने की गुहार लगाए, तो कोई कारण नहीं कि अदालत इसे स्वीकार न करे।

Congress Leader Randeep Surjewala Addresses PTI Teachers in Jind

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अब यह खट्टर सरकार की भावना या दुर्भावना पर आधारित है। लंबे समय से प्रदेश की सेवा कर रहे पीटीआई अध्यापकों को सेवा में बनाए रखने का सीधा सीधा हल मैंने मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र लिख सुझाया है। मानवीय कारणों, लंबे तजुर्बे व भविष्य में पीटीआई अध्यापकों की नियुक्ति न करने के नियमों को देखते हुए एक विशेष कानून बना इन 1,983 पीटीआई अध्यापकों को सेवा में रखा जा सकता है।

इस कानून का मसौदा भी बनाकर मैंने मुख्यमंत्री को भेजा है। सुरजेवाला ने कहा कि हमारी मांग है कि फौरन अध्यादेश ला इन पीटीआई अध्यापकों को नौकरी में रखा जाए व इस अध्यादेश को विधानसभा से बाद में पारित करवा कानून की शक्ल दी जा सकती है। अब निर्णय खट्टर सरकार को करना है कि वो हरियाणा के युवाओं के साथ हैं या नौकरियां बर्खास्त करना ही भाजपा-जजपा सरकार का ध्येय बन गया है।

---PTC NEWS---

Related Post