कुलदीप बिश्नोई के बाद सुरेंद्र पवार ने बढ़ा दी थी कांग्रेस पार्टी की धड़कनें, अब इस्तीफा लिया वापस

By  Vinod Kumar July 19th 2022 12:39 PM

चंडीगढ़/अभिषेक तक्षक: सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होते ही कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका लगने वाला था। अगर इस झटके जिक्र करें तो प्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 31 विधायकों का आंकड़ा 30 ही रह जाने वाला था, क्योंकि सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पवार ने अपनी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था।

शाम 6 बजे अचानक यह खबर आती है कि सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पवार ने अपने विधायक पद से इस्तीफा ईमेल व व्हाट्सएप के माध्यम से हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को भेज दिया है। इसके बाद जैसे ही यह खबर मीडिया में फैली इसके खंडन की खबरें सोशल मीडिया पर आने लगी। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस्तीफे की की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें सुरेंद्र पवार का इस्तीफा ईमेल के माध्यम से मिल गया है और वह कानूनी राय लेने के बाद ही इस पर कोई फैसला लेंगे।

जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष का यह बयान सामने आता है तो उसके बाद कई कांग्रेस विधायक विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के घर सुरेंद्र पवार के साथ पहुंच जाते हैं और उनके साथ इस्तीफे को लेकर चर्चा करते हैं। चर्चा करने के उपरांत यह खबर सामने आती है कि सुरेंद्र पवार ने अपना इस्तीफा एक चिट्ठी के माध्यम से बिना किसी शर्त के वापस ले लिया है और उस चिट्ठी में बार-बार मिल रही धमकियों का भी जिक्र कर दिया ।

इस विषय पर विधायक सुरेंद्र पवार ने कहा कि उनके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही थी अब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से अपना इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया है। तो वही विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने भी इस प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरेंद्र पवार ने उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया है और वह इस पूरे मामले पर कानूनी राय लेंगे तत्पश्चात ही कोई फैसला ले पाएंगे ।

बता दें कि अभी हाल ही में कई विधायकों को धमकी भरे फोन कॉल आए थे, जिसके बाद विधायकों ने पुलिस सहित गृह विभाग को इसकी जानकारी दी थी जिसके बाद विधायकों की सुरक्षा बढ़ाने की भी सरकार की ओर से बात की गई थी।

अब देखना यह होगा कि हरियाणा में कांग्रेस के विधायकों का आंकड़ा 31 कब तक कायम रह पाता है क्योंकि समय-समय पर आदमपुर से कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस पार्टी से किनारा करने के एलान सामने आते रहे हैं, अगर कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ देते हैं तो कांग्रेस के हरियाणा में 30 ही विधायक रह जाएंगे ।

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