कोरोना वैक्सीन ट्रायल के लिए नहीं मिल रहे लोग, कैसे समय पर आएगी वैक्सीन?

By  Arvind Kumar July 26th 2020 01:34 PM -- Updated: July 26th 2020 07:51 PM

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों के चलते अब सबकी नजरें कोरोना वैक्सीन पर टीकी हैं। भारत में बनी पहली कोरोना वैक्‍सीन कोवैक्सीन (Covaxin) का फेज 1 ट्रायल 15 जुलाई से शुरू हो चुका है। पटना स्थित एम्स, पीजीआई रोहतक और दिल्ली स्थित एम्स में COVAXIN का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है। लेकिन सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि ट्रायल के लिए पटना स्थित एम्स में लोग नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में ट्रायल के रिजल्ट आने में देरी हो सकती है। क्योंकि ट्रायल के लिए निश्चित लोगों की संख्या होना जरूरी है। इस मुश्किल वक्त में लोगों को आगे आना चाहिए और ट्रायल के लिए वालंटियर बनना चाहिए। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति इस ट्रायल में हिस्सा ले सकता है। ट्रायल के दौरान वालंटियर पर डॉक्टरों द्वारा निगरानी रखी जाती है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। पटना स्थित एम्स में कोरोना वैक्सीन के दूसरे ट्रायल की तैयारी चल रही है। एम्स प्रशासन ने कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए शनिवार को वाट्सऐप नंबर जारी किया है। जो लोग ह्यूमन ट्रायल कराना चाहते हैं वो 9471408832 पर अपना नाम पता, आधार कार्ड, उम्र भेज सकते हैं, 24 घंटे के अंदर एम्स उनसे संपर्क करेगा। COVID 19 | Candidate Shortage for Covaxin Human Trial जानकारी के अनुसार कोवैक्सीन के ट्रायल दो चरण में होंगे जिसमें पहले फेज में 18 साल से लेकर 55 साल की उम्र तक के लोंगों पर वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल होगा जबकि दूसरे फेज में 12 साल से लेकर 65 साल तक के लोगों पर ट्रायल किया जाएगा। COVID 19 | Candidate Shortage for Covaxin Human Trial गौर हो कि आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने मिलकर कोवैक्सीन को बनाया है। कोरोना वैक्‍सीन Covaxin का फेज 1 ट्रायल की शुरूआत 15 जुलाई 2020 से शुरू हुआ था। सबसे पहले एम्‍स पटना में इसके ट्रायल की शुरूआत की गयी थी। ---PTC NEWS---

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