चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह चौटाला ने इनेलो नेता अभय चौटाला के एक बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की जननायक स्व. चौधरी देवीलाल की राजनीतिक वारिस बनने की चाह ने ही उनका और उनकी पार्टी इनेलो का बेड़ा गर्क कर लिया है।
दिग्विजय ने कहा कि चौ. देवीलाल एक शख्स ही नहीं थे बल्कि अपने आप में एक संस्था थे। उन्होंने कहा कि उनकी उंगली पकड़ कर न जाने कितने लोग विभिन्न प्रदेशों में राजनीति के पटल पर आए और देश की राजनीति में अपना बड़ा नाम किया। जेजेपी नेता ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में कोई नेता चौधरी देवीलाल जैसी शख्सियत का वारिस नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने भी कहा था कि उनकी वारिस तो इस देश की आम जनता है।
अभय चौटाला के बयान पर दिग्विजय की कड़ी प्रतिक्रिया, कही ये बात
यह भी पढ़ें- एक अप्रैल से गेहूं की खरीद, फसल का 48 घंटे में मंडी से उठान न होने पर लगेगा जुर्माना
यह भी पढ़ें- हिमाचल में 4 नगर निगमों के चुनावों का बजा बिगुल, 7 अप्रैल को मतदान के बाद परिणाम भी
अभय चौटाला के बयान पर दिग्विजय की कड़ी प्रतिक्रिया, कही ये बात
उन्होंने कहा कि जनता आज भी देवीलाल जी द्वारा किए गए जन-कल्याणकारी कार्यों को याद करती है और अपने जनप्रतिनिधियों से चौधरी देवीलाल की नीतियों पर काम करने की अपेक्षा रखती है, लेकिन अभय चौटाला को हमेशा से ही चौधरी देवीलाल का राजनीतिक वारिस बनने की भूख रही है। दिग्विजय ने कहा कि आज हमें भूख है चौधरी देवीलाल के दिखाए रास्ते पर चलकर उनके सपने पूरे करने की जबकि उन्हें भूख है वारिस बनने की। उन्होंने कहा कि फर्क साफ है और जनता सब देख रही है इसलिए अभय सिंह चौटाला को ये गलतफहमी निकाल देनी चाहिए।
दिग्विजय सिंह चौटाला ने यह भी कहा कि रही बात गांवों में घुसने ना देने की तो इन्हीं धमकियों और गुंडागर्दी की वजह से इन्होंने इनेलो पार्टी का बंटाधार किया है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में चुनाव कोई भी लड़े, जनता के बीच जाने का सबको हक है लेकिन अभय सिंह ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि उनकी हमेशा राजनीति दबाने, मारने और पीटने की रही है और रहेगी। दिग्विजय ने कहा कि अभय सिंह तो ये बहाना ढूंढ रहे हैं कि चुनाव किस मुंह से लड़ें लेकिन ये शायद भूल रहे हैं कि जेजेपी-बीजेपी सरकार में अभय सिंह चौटाला की गुंडागर्दी नहीं चलेगी क्योंकि यहां प्रजातंत्र और कानून व्यवस्था का राज है।