बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व नेता सुनील जाखड़, राहुल गांधी के थे करीबी

By  Vinod Kumar May 19th 2022 01:50 PM -- Updated: May 19th 2022 05:26 PM

पंजाब कांग्रेस के पूर्व नेता सुनील जाखड़ बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया। 14 मई को ही उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। कैप्टन के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाने के बाद से ही जाखड़ नाराज चल रहे थे। पार्टी के खिलाफ बयानवाजी के लिए उन्हें दो साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। सुनील जाखड़ ने कांग्रस से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी। एक समय जाखड़ राहुल गांधी के करीबी समझे जाते थे।

सुनील जाखड़ ने बीजेपी में शामिल होते हुए कहा कहा कि मेरी तीन पीढ़ियां कांग्रेस में रही हैं। कांग्रेस के साथ मेरा रिश्ता 50 साल पुराना है। मैने अपने निजी स्वार्थ के लिए राजनीति का इस्तेमाल नहीं किया। 1972 से लेकर 2022 तक हर अच्छे-बुरे समय में हमारा परिवार 50 साल तक कांग्रेस के साथ रहा, लेकिन सुनील को इस बात के लिए कठघरे में खड़ा किया गया क्योंकि मैंने सवाल उठाया कि आप पंजाब को किसी भी जाति और धर्म मे नहीं बाट सकते।

जाखड़ ने कहा कि पंजाब साधु पीरों की धरती है। यहीं से ही राष्ट्रीयता की शुरुआत होती है। मैंने राष्ट्रीयता, एकता और पंजाब के भाईचारे के लिए यह कदम उठाया। जाखड़ ने कहा कि मैंने रिश्तों को उसूलों की तरह निभाया है। जब पार्टी अपने सिद्धांत से ही हट जाए तो इसके बारे में सोचना पड़ता है।

बता दें कि पार्टी छोड़ते समय जाखड़ ने अंबिका सोनी को निशाने पर लिय था। उन्होंने कहा था कि अंबिका सोनी के बयान से ही उन्हें सीएम नहीं बनाया गया था, जबकि मेरे पक्ष में ज्यादा विधायक थे और चन्नी के पक्ष में सिर्फ 2 विधायक थे। अंबिका सोनी ने कहा था कि पंजाब का सीएम सिख ही होना चाहिए। सुनील जाखड़ के पार्टी छोड़ने पर पंजाब कांग्रेस के कुछ नेता जाखड़ को रोकने के लिए बातचीत का सुझाव देते नजर आए थे। सिद्धू ने कहा था जाखड़ कांग्रेस की संपत्ति हैं। कांग्रेस को उन्हें जाने नहीं देना चाहिए।

सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस का बड़ा हिंदू चेहरा थे। सिद्धू पंजाब में अबोहर के पंचकोसी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ सबसे लंबे समय तक लोकसभा अध्यक्ष रहने के साथ मध्यप्रदेश के राज्यपाल भी रहे हैं। जाखड़ 2002 में पहली बार अबोहर शहरी सीट से विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे। जाखड़ यहां से 3 बार विधायक रह चुके हैं। 2012 से 2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। विनोद खन्ना के देहांत के बाद 2017 में गुरदासपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया को हराकर सांसद बने।

 

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