सीएम खट्टर पहुंचे कुरूक्षेत्र, कहा- बहुमूल्य पानी को बचाने का लक्ष्य लेकर सरकार बना रही है नीतियां

By  Arvind Kumar May 26th 2020 02:55 PM

कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पानी की एक-एक बूंद बहुमूल्य है। इस बहुमूल्य पानी को बचाने के लिए सरकार नीतियां बना रही है। इन नीतियों को बेहतर बनाने और धरातल पर अमलीजामा पहनाने के साथ-साथ पानी बचाने जैसे अच्छे परिणाम लाने के लिए किसानों से सुझाव और फीडबैक लिया जा रहा है। इस प्रदेश में कई ब्लाक में भूजल स्तर 40 मीटर नीचे तक पहुंच गया है, जो किए एक चिंता का विषय है। इस चिंता के विषय पर सभी को मिलकर काम करना होगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को पिपली पैराकीट के सभागार में भूजल स्तर में सुधार लाने और पानी को बचाने जैसे गम्भीर विषयों को लेकर कुरुक्षेत्र के किसानों से फीडबैक ले रहे थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसान कर्णराज सिंह तूर, रवि कुमार मथाना, अश्विनी कुमार बाबैन, सुरेश् चंद, प्रीतम सिंह, विक्रम अटवाण, डिम्पल सैनी बाबैन, राजपाल, रोशन लाल, बरखा राम, गोपाल राणा, सतबीर सिंह, तेवर खान, सर्वजीत सिंह सहित अन्य किसानों से कुरुक्षेत्र में धान की फसल की बजाए मक्का की फसल लगाने और पानी को बचाने जैसे विषय को लेकर एक-एक करके बातचीत की और सभी से पानी को बचाने के बारे में सुझाव भी लिए।

इस दौरान किसानों ने कुरुक्षेत्र में मारकंडा के साथ बाढ़ वाले क्षेत्र के किसानों के हित को लेकर और सीधी बिजाई को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए है। इस दौरान गांव बिहोली के सरपंच प्रीतम सिंह ने पंचायत की 20 एकड़ जमीन पर गऊशाला बनाने का प्रस्ताव रखा, इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उपायुक्त धीरेन्द्र खड़गटा को आदेश दिए कि गांव बिहोली में गऊशाला बनाने का एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार करके भेजा जाए। इस गऊशाला में बेसहारा पशुओं को रखा जाएगा और सरकार की तरफ से भी सहायता की जाएगी।

Government is formulating policies with the goal of saving precious water says CMमुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने पानी बचाने के लिए फसल विविधिकरण के तहत मेरा पानी मेरी विरासत योजना तैयार की है। इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र जिले के पिपली, शाहबाद, बाबैन और इस्माईलाबाद ब्लाक को शामिल किया गया है, क्योंकि इन खंडों में भूजल स्तर 40 मीटर से ज्यादा नीचे चला गया है, हालांकि प्रदेश में फतेहाबाद के रतिया ब्लाक, कैथल के सीवन व गुहला, सिरसा के सिरसा ब्लाक को शामिल किया गया है। इन ब्लाकों में भूजल स्तर की स्थिति बहुत चिंताजनक है, किसानों को प्रेरित किया जा रहा है कि पानी को बचाना है और इसके लिए किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ अग्रसर होना होगा।

इसके लिए ही सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना तैयार की है। इस योजना के तहत मक्का, दाले, सब्जियां, बाजरा, कपास सहित अन्य कुछ फसले लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सरकार इन फसलों का एमएसपी पर एक-एक दाना खरीदेगी और मक्का लगाने पर 7 हजार रुपए प्रति एकड़ अनुदान राशि भी दी जाएगी। इसके अलावा भी कई अन्य सहुलियते किसानों को दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि पिछली योजना के तहत जिन किसानों ने मक्का की फसल लगाई थी, उनको सरकार की तरफ से अनुदान राशि जारी नहीं की थी, लेकिन अब पिछली अनुदान राशि को जारी करने के आदेश दे दिए है, इससे करीब 1500 एकड़ जमीन पर मक्का लगाने वाले किसानों को लगभग 20 से 30 लाख रुपए की अनुदान राशि जारी की जाएगी।

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