चंडीगढ़। परिणीति चोपड़ा को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के ब्रांड एंबेसडर के रूप में हटाए जाने के संबंध में सरकार ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला के आरोपों को झूठा और भ्रामक बताया है। एक बयान में सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से अनावश्यक भ्रामक जानकारी सांझा करके इस विवाद को तेजी देने का काम किया है।
हरियाणा सरकार ने सुरजेवालों के आरोपों को बताया झूठा और भ्रामक
प्रवक्ता के मुताबिक कांग्रेस नेता के आरोपों के विपरीत, वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दे रही है। दूसरी ओर, राजनीतिक रूप से प्रेरित केवल झूठे बयान इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम को चोट पहुँचाते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि सही तथ्यात्मक स्थिति यह है कि हरियाणा सरकार ने अप्रैल, 2017 तक चलने वाले एक वर्ष की अवधि के लिए मई, 2016 में परिणीति चोपड़ा के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इसके पश्चात एमओयू को कभी भी नवीनीकृत नहीं किया गया।
यह भी पढ़ें: ‘हरियाणा नार्कोटिक्स ब्यूरो’ का होगा गठन, नशे पर लगेगा पूर्ण अंकुश
गौर हो कि अभिनेत्री परिणिति चोपड़ा ने बीते दिनों सीएए को लेकर ट्वीट में किया था कि अगर नागरिकों द्वारा अपने विचार व्यक्त करने से हर बार यही होता रहे तो कैब को भूल जाइये। हमें एक बिल पास करना चाहिए और अपने देश को लोकतांत्रिक देश कहना छोड़ देना चाहिए। अपने मन की बात कहने के लिए निर्दोष लोगों की पिटाई की जा रही है? यह बर्बर है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि परिणिति के इस बयान के बाद उन्हें ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि खट्टर साहब हरियाणा की बेटियां पढ़ी लिखी भी हैं, समझदार भी और अपने विचार व्यक्त करने का साहस रखने वाली भी। उन्हें ब्रांड एंबेसडर से हटा कर और बोखला कर आप उनकी आवाज़ नहीं दबा सकते। उन्होंने आगे पूछा कि जजपा इस बारे चुप क्यों है? कितनों की आवाज दबाओगे और आखिर कब तक?
---PTC NEWS---