गृह जिले में मिलेंगी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं, जिला स्तर पर स्थापित होगा मेडिकल कॉलेज

By  Arvind Kumar July 26th 2020 05:42 PM

चंडीगढ़। हरियाणा में वह दिन दूर नहीं जब लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अपने घर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें अपने गृह जिले में ही बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। जिला स्तर पर मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की राज्य सरकार की योजना ने गति पकड़ ली है और अब सिरसा की बारी है। उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने कृषि विभाग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। कृषि विभाग को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में जो तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की मंजूरी दी गई है, उनमें सिरसा भी शामिल है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि क्षेत्रवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि जिले में मेडिकल कॉलेज बने। यहां मेडिकल कॉलेज बनने से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दूसरे जिलों में जाने से निजात मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। साथ ही, जिला व आस-पास के युवा यहां पर मेडिकल की शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे। उप-मुख्यमंत्री आज सिरसा में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक-एक कर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनके समाधान बारे दिशा-निर्देश दिए। Health facilities will be available in home district says Deputy CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि जिले की मूलभूत जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास किया जाए। समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियां बनाई जाएं और इन नीतियों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाए। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और वो दिन दूर नहीं, जब सड़कों के मामले में हरियाणा देश में अग्रणी राज्य होगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रदेश को सडक़ों के रूप में केंद्र से एक बड़ी सौगात मिली है। इसी कड़ी में फाजिल्का से लेकर कोलकाता तक ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है, जो ईस्ट-वैस्ट कॉरिडोर और अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर का हिस्सा बनेगा। Health facilities will be available in home district says Deputy CM बकौल दुष्यंत चौटाला सरकार का प्रयास है कि हरियाणा की नॉर्थ-साउथ कनेक्टिविटी को ईस्ट-वैस्ट की ओर ले जाया जाए। इसके लिए केंद्र को दो प्रोजेक्ट भेजे जा रहे हैं। इनमें से एक प्रोजेक्ट डबवाली से वाया जींद व पानीपत से होते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा तक तथा दूसरा हिसार से तोशाम होते हुए महेंद्रगढ़-रेवाड़ी व तावडू होते हुए केएमपी से जोडऩे का है। ---PTC NEWS---

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