महाग्राम योजना से ‘महान’ ग्राम बनाने की तैयारी में हरियाणा सरकार

By  Arvind Kumar July 29th 2020 05:51 PM

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में स्वच्छता के लिए कई कदम उठाए हैं। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जहां राज्य को खुले में शौच-मुक्त किया गया वहीं अब महाग्राम योजना के तहत बड़े गांवों की गलियों को कुड़ा-कर्कट व गंदगी-मुक्त करने की तैयारी है। सरकार द्वारा आगामी 15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फरीदाबाद जिला के सोतई गांव से महाग्राम योजना का उदघाटन कर स्वच्छता के क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरूआत की जाएगी। उस दिन सोतई गांव को स्वच्छता-रूपी ‘आजादी’(गंदगी से मुक्ति) मिल जाएगी।

 हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश में शुरू की गई महाग्राम योजना की समीक्षा के लिए हरियाणा के जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी तथा विकास एवं पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंत्रणा की और योजना के तहत चल रहे प्रगति-कार्य का जायजा लिया। उन्होंने चालू कार्य में आने वाली पेचीदगियों को दूर कर उस कार्य को संपूर्णता की ओर ले जाने के निर्देश दिए। साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने सीवरेज सिस्टम के साथ सोलिड ट्रिटमैंट प्लांट (एसटीपी) तथा गोबर के निस्तारण के लिए बायोगैस प्लांट लगाने की संभावनाओं को भी तलाशने के निर्देश दिए।

Mahagram scheme Haryana | Haryana Govt | Dushyant Chautala

उपमुख्यमंत्री को बैठक में बताया गया कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्र के उन गांवों के लिए महाग्राम योजना शुरू की गई थी जिनकी आबादी 10,000 से ज्यादा हो। इस योजना के तहत इन गांवों में शहरों की तर्ज पर सीवरेज सिस्टम चालू करना था। इसमें 129 गांवों का चयन किया गया। तत्पश्चात ग्राम पंचायत के लोगों, कुछ विषय विशेषज्ञों तथा विकास एवं पंचायत विभाग के अलावा अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर एक वर्कशॉप आयोजित की गई, साथ ही उन क्षेत्रों का अध्ययन किया गया जहां पर गांवों में सीवरेज सिस्टम पहले से चल रहे हैं। यह भी जानकारी दी गई कि वर्तमान में 20 गांवों में महाग्राम योजना पायलट के तौर पर प्रथम चरण में है जबकि 38 गांवों में द्वितीय तथा 71 गांवों में तृतीय चरण में है।

Mahagram scheme Haryana | Haryana Govt | Dushyant Chautala

दुष्यंत चौटाला ने योजना की विस्तार से जानकारी लेने के बाद कहा कि महाग्राम योजना में ऐसा कार्य होना चाहिए कि जिस गांव में इस योजना के तहत सीवरेज सिस्टम लगे तो वहां सफाई-व्यवस्था इतनी दुरूस्त हो कि लोगों को लगे कि वास्तव में यह महाग्राम ‘महान’ ग्राम बन गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीवरेज सिस्टम के साथ-साथ उस गांव में सोलिड ट्रिटमैंट प्लांट (एसटीपी) तथा हिसार जिला के नया गांव की तर्ज पर बायोगैस प्लांट लगाने की संभावनाओं की भी तलाश करें ताकि पशुओं के गोबर का भी समाधान हो जाए। इससे लोगों को रसोई के लिए सस्ती योगैस उपलब्ध होगी तथा तेल व गैस के मामले में देश आत्मनिर्भरता की तरफ और तेजी से कदम बढ़ाएगा।

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