चंडीगढ़: कांग्रेस पार्टी इन दिनों अपने ही नेताओं के निशाने पर है। सलमान खुर्शीद के बाद अब मनीष तिवारी ने ही पूर्व की मनमोहन सरकार पर अपनी किताब में सवाल उठा दिए है। इसके बाद बीजेपी राहुल-सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो गई है।
दरअसल कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपनी किताब में मुंबई हमले का जिक्र करते हुए पूर्व की मनमोहन सरकार को कमजोर बता दिया। मनीष तिबारी ने लिखा कि 26/11 के वक्त यूपीए सरकार को जो कदम उठाने चाहिए थे, वो नहीं उठाए गए। उस वक्त तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत थी। 'किसी देश (पाकिस्तान) को अगर निर्दोष लोगों को कत्लेआम करने में कोई अफसोस नहीं है तो ऐसे में संयम ताकत की पहचान बल्कि कमजोरी की निशानी है। 26/11 एक ऐसी घटना थी जिसमे शब्दों से ज्यादा जवाबी कार्रवाई दिखनी चाहिए थी। उन्होंने मुंबई हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 से करते हुए कहा कि भारत को उस समय तेजी से जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए थी।
मनीष तिवारी की इस किताब के बाद कांग्रेस एक बार विरोधियों के निशाने पर है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी और कांग्रेस से सवाल पूछा कि उरी और पुलवामा के बाद जैसी कार्रवाई हुई, मुंबई हमले के बाद वैसी कार्रवाई करने से सेना को किसने और क्यों रोका?
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एख प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मनीष तिवारी की किताब में कही गई बात कांग्रेस की विफलता का सबूत है। कांग्रेस की सरकार निठल्ली थी और उसे देश की सुरक्षा की चिंता भी नहीं थी। उसने राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया। उन्होंने इस पर राहुल गांधी और सोनिया गांधी से जवाब मांगा है। वहीं, माना जा रहा है कि अब कांग्रेस मनीष तिवारी पर कोई कार्रवाई कर सकती है।
बता दें कि 26 नवंबर 2008 को समुंद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई में अलग अलग जगहों पर हमला कर 166 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था और सैकड़ों लोग इस हमले में घायल हो गए थे। आतंकियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान में पुलिस समेत सुरक्षा बलों के 11 जवान शहीद हो गए थे।