यूपी विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मायावती का मंथन, बसपा की सभी कार्यकारिणी की भंग
यूपी विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक में पार्टी पदाधिकारियों के साथ हारे हुए 402 प्रत्याशियों को भी बुलाए गया था। बैठक में मायावती ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने रविवार को पार्टी की सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। इसके साथ ही बसपा ने आजमगढ़ में अखिलेश यादव द्वारा इस्तीफा देने के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव की तारीखों के एलान से पहले गुड्डू जमाली को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बताते चलें कि गुड्डू जमाली पहले ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) में थे। वहीं बसपा की इस बैठक में तीन कोआर्डिनेटर बनाए गए हैं जो आकाश आनंद को रिपोर्ट करेंगे। मुनकाद अली को मेरठ, राजकुमार गौतम को बुलंदशहर और विजय कुमार को आजमगढ़ कोआर्डिनेटर बनाया गया है। मुनकाद अली पर मायावती ने एक बार फिर से भरोसा जताया है। गौरतलब है कि मुनकाद अली पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी निभा चुके हैं। मुनकाद अली मूल रूप से मेरठ के किठौर के रहने वाले हैं। इससे पहले मायावती उन्हें दो बार राज्यसभा भी भेज चुकी हैं। साथ ही वह यूपी में बसपा सरकार में अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य और संगठन में प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। मुनकाद अली पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बसपा को करारी हार मिली है। बसपा यूपी की 403 विधानसभा सीटों पर सिर्फ एक सीट पर ही जीत हासिल कर सकी है। इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद राजनीतिक पंडितों का कहना है कि बसपा लगभग खत्म हो चुकी है। उसके वोटबैंक का एक बड़ा हिस्सा भी भाजपा और अन्य पार्टियों में शिफ्ट हो चुका है।