पंजाब: punjab assembly elections सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने जब से कुर्सी संभाली है उनके लिए ये कांटों का ताज ही साबित हुई है। गैर तो गैर लेकिन अपनी ही पार्टी में उन्हें विरोध झेलना पड़ रहा है। पंजाब विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही चन्नी कई रैलियां कर रहे हैं, लेकिन रैलियों में उन्हें कई बार विरोध का सामना करना पड़ रहा है तो कई बार पंडाल में खाली कुर्सियां देखने को मिल रही हैं।
वीरवार को सीएम चरणजीत चन्नी पंजाब के गुरदासपुर में रैली में शामिल होने पहुंचे, लेकिन पंडाल खाली होने की खबर सुनकर हेलीपैड से अपने रिश्तेदारों के घर चले गए। इससे पहले चरणजीत सिंह चन्नी को अपनी कई रैलियों में बेरोजगार टीचर्स के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा है।विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की ओर से गुरदासपुर में रैली करने का फैसला लिया गया था। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को 12 बजे रैली में पहुंचना था। चरणजीत सिंह चन्नी तय समय पर गुरदासपुर में पहुंच गए थे, लेकिन हेलीपैड पर ही चरणजीत सिंह चन्नी को पंडाल खाली होने की जानकारी मिली और उन्होंने फिर अपने रिश्तेदारों के घर जाना बेहतर समझा। रैली के लिए पंडाल में लगाई गई कुर्सियां तक खाली पड़ी थीं।
फाइल फोटो
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी हाल ही में खरड़ में रैली करने पहुंचे थे। खरड़ में चरणजीत सिंह चन्नी को मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करना था, लेकिन पिछले कई दिनों से पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार टीचर्स चन्नी के प्रोग्राम में पहुंच गए। इसके बाद पुलिस और बेरोजगार टीचर्स के बीच भिड़ंत भी देखने को मिली।
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बता दें कि पिछले कई दिनों से चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के भीतर भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में कांग्रेस पार्टी की चुनाव से संबंधित हुई बैठक में राज्य में सीएम के हर जगह लगे पोस्टर्स को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। चरणजीत चन्नी का विरोध करने वालों में पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सबसे आगे हैं।
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चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस पार्टी ने अमरिंदर सिंह के स्थान पर राज्य का सीएम बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने हालांकि अभी तक यह एलान नहीं किया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा कौन होगा। कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान ऐसी ही चलती रही तो पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।