चंडीगढ़। शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने बादल गांव में अपने आवास पर एकत्र हुए किसानों पर अत्याचार करने के लिए पुलिस की निंदा की है और कहा कि ऐसा लग रहा है कि राज्य की पुलिस प्रमुख दिनकर गुप्ता ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की शह पर यह घटना करवाई है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि भले ही उन्होंने मुक्तसर पुलिस से अनुरोध किया था कि वह सभी किसानों को अपने आवास पर एकत्र होने और उनके साथ मीटिंग को आसान बनाने की अनुमति दें, एक घटना घटित की गई और कुछ किसानों को चोटें लगी।
उन्होंने कहा कि किसान राज्य के सभी सांसदों के आवासों के सामने इकट्ठे हो रहे थे लेकिन केवल उनके आवास के सामने ही यह अप्रिय घटना हुई। इस तरह की राजनीति जिसमें तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए किसानों को चोट पहुंचाई जाएं, हम इसकी जमकर निंदा करते हैं।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि किसानों के एक वर्ग को उनके आवास तक पहुंचने से किसने रोका जब उन्होंने मुक्तसर पुलिस से कई बार अनुरोध किया था कि सभी किसानों को उनसे मिलने दें।
सुखबीर बादल ने कहा कि यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि किसानों के खिलाफ किसने ज्यादती की और इसके लिए जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
सरदार बादल ने कहा कि उन्हें यह भी पता चला है कि मुक्तसर पुलिस ने किसानों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले दर्ज करने की कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि इससे केवल ज्यादा समय तक किसानों को परेशानी ही होगी।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि, "मैं मुक्तसर एसएसपी से अनुरोध करता हूं कि किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापिस लें वरना शिरोमणी अकाली दल उनके कार्यालय के सामने धरना देने के लिए मजबूर हो जाएगा।"
अकाली दल अध्यक्ष किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के पास भी पहुंचे, जिसके सदस्य कल उनके आवास पर इकट्ठे हुए थे और साथ ही अन्य किसान संगठनों से कहा कि वह अन्य किसान संगठनों के साथ केंद्रीय कृषि अध्यादेशों के बारे उनके द्वारा उठाए गए सभी बातों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह किसान संगठनों के पास जाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री से केंद्रीय अध्यादेशों से जुड़े सभी मुद्दों पर विस्तृत स्पष्टीकरण मांगने के लिए किसान संगठनों का साथ देने को भी तैयार हैं।
सरदार बादल ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल के लिए ‘किसानी‘ सबकुछ है तथा किसानों के हित उनके लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण था कि उन्होंने अपने आवास में सतनाम सिंह पन्नू और स्वर्ण सिंह पंधेर सहित किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेताओं को विस्तृत चर्चा के लिए आमंत्रित किया था और बाद में अपने आवास के सामने इकट्ठे हुए सभी किसानों को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल किसानों की ही पार्टी है तथा इसने हमेशा किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है।
‘न्यूनतम समर्थन मूल्य और गेंहू तथा धान की सुनिश्चित खरीद ऐसे ही होती रहेगी जब तक मैं शिरोमणी अकाली दल का अध्यक्ष हूं और हम अब से बीस साल बाद भी किसान समृद्धि के इन दोहरे स्तंभों के साथ छेड़छाड़ नही करने देंगे। मैं न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए किसी भी बलिदान देने के लिए तैयार हूं और खाद्यान्नों का सुनिश्चित मंडीकरण अपने वर्तमान स्वरूप में जारी रहेगा।'
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