बसंत पंचमी पर पतंगों से सराबोर हुआ गगन, पंजाब-हरियाणा में रही विशेष धूम
चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के साथ पूरा उत्तर भारत आज बसंत पंचमी के रंग में रंगा दिखाई दिया। आसमान में चारों ओर पतंगे ही पतंगे नज़र आईं। क्या बच्चे, क्या बड़े सभी पतंगे उड़ाने में मस्त रहे। बसंत पंचमी का यही रंग हरियाणा के करनाल और भिवानी में भी देखने को मिला। बच्चे और युवा बड़े उल्लासपूर्ण पतंगबाजी करते नजर आए। [caption id="attachment_254267" align="aligncenter" width="448"] पतंगबाजी करता युवा[/caption] उधर भिवानी में भी बसंत पंचमी का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय अंचल अस्पताल में मां सरस्वती के रूप में जन्मी बेटियों और जन्म देने वाली माताओं का सम्मान कर बड़े अनोखे तरीके से बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया गया। [caption id="attachment_254269" align="aligncenter" width="448"] नवजात बेटियों और जन्म देने वाली महिलाओं को सम्मानित करते हुए[/caption] बसंत पंचमी के मौके पर पतंग उड़ाने का रिवाज़ सदियों से चला आ रहा है। इस दिन का ऋतु परिवर्तन के रूप में विशेष महत्व है क्योंकि इसके बाद गर्मियां आनी शुरू हो जाती हैं। बदलते मौसम के मिज़ाज में इस दिन लोग खूब पतंगबाजी करते हैं। प्रकृति में सरसों आदि के पीले रंग के खिले फूल सुंदरता और सुगंध बिखेरते हैं। [caption id="attachment_254266" align="aligncenter" width="448"] पतंगबाजी के रंग[/caption] गौरतलब है कि माघ शुक्ल पंचमी को ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में भी बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस मौके पर मां सरस्वती की पूजा भी की जाती है। यह भी पढ़े : सूरजकुंड मेला : बच्चों के साथ बड़े-बूढ़ों ने भी किया भालू के साथ नाच गाना