कांग्रेस विधायक ने खून से हस्ताक्षर कर कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
चंडीगढ़। कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए गए हस्ताक्षर अभियान के तहत हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने राष्ट्रपति को लिखे ज्ञापन पर अपने खून से हस्ताक्षर किए और इस अभियान के तहत प्राथमिकता से हलका डबवाली के सभी गावों से अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग से किसान, मजदूर व आमजन के 15595 हस्ताक्षर करवा हरियाणा कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा को सौंपे। [caption id="attachment_446438" align="aligncenter" width="1004"] कांग्रेस विधायक ने खून से हस्ताक्षर कर कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन[/caption] विधायक ने बताया कि कृषि विरोधी कानूनों को लेकर पूरे देश में भारी विरोध है, जिसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने इस अभियान को चला आमजन के विरोध को राष्ट्रपति के समक्ष दर्ज करवाने की मुहिम शुरू की है और कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इन हस्ताक्षरों को राष्ट्रपति को सौंपने का काम करेगी ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। यह भी पढ़ें- हरियाणा के युवाओं को नौकरी देने वाले उद्योगों को मिलेगी 48 हजार की सब्सिडी: डिप्टी सीएम [caption id="attachment_446436" align="aligncenter" width="700"] कांग्रेस विधायक ने खून से हस्ताक्षर कर कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन[/caption] सिहाग ने कहा कि वो इस मुद्दे के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं क्योंकि ये कानून किसान, मजदूर विरोधी है और उनके डैथ वॉरंट के रूप में काम करेंगे, इसी कारण उन्होंने अपने ख़ून से हस्ताक्षर कर इस अभियान के माध्यम से अपनी भावना प्रकट की है। यह भी पढ़ें- Micromax की भारतीय बाजार में वापसी, लांच किए दो नए Smartphone, जानें कीमत [caption id="attachment_446439" align="aligncenter" width="700"] कांग्रेस विधायक ने खून से हस्ताक्षर कर कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन[/caption] सिहाग ने कहा कि आज हर वर्ग सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर है जिससे एक बात साफ है कि या तो सरकार को अपनी नीतियों को बदलना होगा अथवा ये नीतियां ही सरकार के पतन का कारण बनेंगी। सिहाग ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवम् आमजन का आभार प्रकट किया जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सहयोग दिया और सरकार को अपना विरोध दर्ज करवाया है।