चंडीगढ़ में बनेगा रिकॉर्ड, देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का होगा दहन
चंडीगढ़। (अमनप्रीत कौर) चंडीगढ़ में इस बार देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाएगा जोकि 221 फीट ऊंचा होगा! लेकिन खास बात यह है कि यह रावण का पुतला इको फ्रेंडली होगा! पुतले को बनाने वाले कारीगर तजिन्द्र चौहान ने बताया कि रावण में जितने भी पटाखों का इस्तेमाल होगा उनसे प्रदूषण भी 80 प्रतिशत कम होता है। तो हम इसे इको फ्रेंडली रावण भी कह सकते हैं। [caption id="attachment_343466" align="aligncenter" width="700"] चंडीगढ़ में बनेगा रिकॉर्ड, देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का होगा दहन[/caption] रावण के पुतले को धनास के पास पड़ते 20 एकड़ के ग्राउंड मैं तैयार किया जा रहा है। पिछली बार यहां पर 210 फीट ऊंचे रावण का दहन किया गया था। रावण के पुतले को तजिन्द्र चौहान बराड़ा निवासी 40 लोगों की टीम के साथ 15 अप्रैल से तैयार कर रहे हैं। पुतले को अक्तूबर के पहले सप्ताह में तैयार कर खड़ा कर दिया जाएगा। तजिन्द्र के मुताबिक इसे बनाने में करीब 30 लाख की लागत आई है! इसे शिव पार्वती सेवा दल चंडीगढ़ संस्थान द्वारा तैयार करवाया जा रहा है। [caption id="attachment_343464" align="aligncenter" width="700"] चंडीगढ़ में बनेगा रिकॉर्ड, देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का होगा दहन[/caption] आपको बता दें कि तजिन्द्र चौहान पुतला बनाने का हर साल अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हैं। तजिन्द्र पांच बार लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। तजिन्द्र ने बताया कि हर साल रावण बनाने कि शुरूआत उन्होंने 1987 में 20 फीट के रावण के साथ की थी। इस काम में लोगों की सराहना मिलने से उनको और ज्यादा हौंसला मिला और तब से लेकर आज तक वह अपना ही रिकॉर्ड हर साल तोड़ते हैं। पिछले कई वर्ष तक तो रावण को बराड़ा में ही तैयार व दहन भी किया जाता था लेकिन जगह की कमी के चलते पिछले वर्ष से पंचकूला में रावण दहन किया जा रहा है। [caption id="attachment_343467" align="aligncenter" width="700"] चंडीगढ़ में बनेगा रिकॉर्ड, देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का होगा दहन[/caption] तजिन्द्र ने बताया की रावण के पुतले के लिए वह अब तक अपनी साढ़े बारह एकड़ जमीन बेच चुके हैं। हालांकि इस बार पैसे ना होने की वजह से उन्होंने मन बना लिया था कि वह रावण नहीं बनाएंगे लेकिन शिव पार्वती सेवा दल चंडीगढ़ संस्थान ने रावण बनाने का खर्च उठाने का वादा किया है। जिसके बाद तजिन्द्र चौहान ने अप्रैल से रावण को बनाने की प्रक्रिया आरभ कर दी थी। यह भी पढ़ें : नवरात्रों पर मां वैष्णो देवी के भक्तों को बड़ी सौगात देगा रेलवे